गोपालगंज. भाजपा ने गोपालगंज सदर विधानसभा क्षेत्र से जिला परिषद अध्यक्ष सुबास सिंह पर दांव लगाया है. पार्टी ने नये चेहरे को उतार कर जीत को सुनिश्चित करने की कोशिश की है. यहां से 20 वर्षों से भाजपा से विधायक व मंत्री रहे स्व सुभाष सिंह की पत्नी कुसुम देवी का टिकट काट दिया है. जिला परिषद अध्यक्ष सुबास सिंह को टिकट मिलने के बाद एनडीए यहां कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रहा. सुबास सिंह पर पार्टी ने भरोसा जताया है.
इंडिया गठबंधन में उहापोह की स्थिति
उधर, महागठबंधन की ओर से गोपालगंज, कुचायकोट में अब तक अपने प्रत्याशी के नामों की घोषणा नहीं की गयी है. जिसके कारण अभी इंडिया गठबंधन में उहापोह की स्थिति बनी हुई है. उधर, दावा किया जा रहा कि सदर व कुचायकोट विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस के खाते में है. प्रत्याशी के नामों पर सहमति नहीं बन सकी है. नामांकन में भी महज दो दिनों का ही मौका है. ऐसे में टिकट के दावेदार पटना व दिल्ली में कैंप किये हुए हैं. दिल्ली, पटना से आने में भी वक्त लगेगा. कागजात को तैयार कराने में भी वक्त लग रहा है. टिकट के दावेदारों की धड़कनें भी बढ़ने लगी हैं. कांग्रेस से गोपालगंज में सबसे आगे जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश गर्ग, डॉ संजय सिंह, तो कुचायकोट में पंचदेवरी के प्रमुख रहे धनंजय राय व राजद से छोड़कर सुनीता सिंह कुशवाहा के नामों की चर्चा बनी रही. अभी तक किसी के नामों पर मुहर नहीं लगी है.
बरौली से आज नामांकन करेंगे राजद के जिलाध्यक्ष
बरौली विधानसभा क्षेत्र से राजद ने अंतिम दौर में जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार सिंह को उतार दिया है. राजद के जिलाध्यक्ष गुरुवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे. दिलीप कुमार सिंह की शालीनता पर पार्टी ने भरोसा जताया है. यहां से रेयाजुल हक राजू को टिकट देने से पार्टी ने मना कर दिया. वहीं दिलीप सिंह ने कहा कि पार्टी ने जिस प्रकार से भरोसा जताया है, उसी संकल्प के साथ जनता के आशीर्वाद से सीट को जीतने का काम करेंगे.
पार्टी ने हमारे साथ किया छल, 17 को करेंगे नामांकन
गोपालगंज. भाजपा के वरिष्ठ नेता अनूप श्रीवास्तव ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व हमारे साथ धोखा कर रहा है, जो चार-चार सर्वे पार्टी द्वारा हुए हैं, उसमें गोपालगंज 101 से जो भी सर्वे हुआ है, पार्टी उसे सार्वजनिक करे. मेरा दावा है कि उस सर्वे में मेरा नाम सबसे ऊपर है. मैं हर उस कार्यकर्ता की लड़ाई लड़ रहा हूं, जिसे पार्टी ने दरकिनार कर अपनी मनमानी की है. पहले अटल जी के समय में मैंने पार्टी का सिपाही बनकर काम किया. उस समय के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित साह ने 2015 में हमें रोक लिया था कि आपके बारे में विचार पार्टी करेगी, आप निश्चित रहें, मगर कोई विचार नहीं हुआ. अब भाजपा से अलग होकर निर्दलीय चुनाव लडूंगा. 17 को अपना नामांकन गोपालगंज विधानसभा सीट से करूंगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

