गोपालगंज. बंजारी के आशीष रंजन दिल्ली में पढ़ते हैं. होली में बड़ी मुश्किल से ट्रेन का टिकट मिला, तो गोरखपुर तक आ गये. सोमवार से उनको क्लास करना था. रविवार से ट्रेन के लिए कोशिश करने के बाद जब फेल हो गये, तो 25 सौ रुपये देकर बंजारी से प्राइवेट बस से सोमवार की शाम को निकले. अकेले आशीष ही नहीं हजारों की संख्या में लोग होली बाद काम पर दूसरे राज्यों को लौटने के लिए मारामारी जैसे हालात हैं.
कर्मचारियों ने भीड़ को नियंत्रित कर ट्रेन में चढ़ाया
प्रवासी रविवार की शाम से ही दिल्ली, मुंबई, हावड़ा, गुजरात, पंजाब, हरियाणा के लिए प्रस्थान करने लगे. यहां की लोकल ट्रेनों में जबरदस्त भीड़ उमड़ी. जिले से टाटा नगर, गोमती नगर, एवं स्पेशल ट्रेनों में भी कर्मचारियों ने भीड़ को नियंत्रित कर चढ़ाया. इस दौरान आपाधापी भी मची. गोपालगंज जिले से बड़े शहरों में जाने के लिए ट्रेनों के परिचालन नहीं होने के कारण या तो लोगों को सीवान या गोरखपुर जाकर ट्रेन पकड़ रहे. नहीं तो बसों से किसी तरह दिल्ली तक जा रहे हैं. बंजारी से इन दिनों लगभग दो सौ से अधिक बसों का परिचालन हो रहा. ट्रेन के अभाव में बसों में ठूस- ठूस कर यात्रियों को ले जा रहे हैं. आम तौर पर 13 से 15 सौ रुपये के बदले 25 सौ रुपये वसूल रहे हैं. इसके बाद भी मारा-मारी जैसे हालात हैं.
इन ट्रेनों में नहीं मिल पा रहे टिकट
हम सफर, गोरखधाम, बिहार संपर्कक्रांति, फिर वैशाली एक्सप्रेस, मौर्य एक्सप्रेस, शाम में मुजफ्फरपुर-सबारमती, काठगोदाम-हावड़ा बाघ एक्सप्रेस में टिकट नहीं मिल पा रहे हैं. तत्काल के लिए लंबी कतार लग रही है. बरौनी-लखनऊ और बरौनी-ग्वालियर एक्सप्रेस में भी भीड़ रही. टिकट नहीं मिलने से यात्रियों को काफी कष्ट हो रहा है.
बस में महिला की बिगड़ी तबीयत
मुजफ्फरपुर से दिल्ली जा रही बस में एक महिला यात्री की तबीयत बिगड़ गयी. बस खुलने के बाद उसे बेचैनी महसूस होने लगी. इसकी शिकायत उसे गोपालगंज के एक अस्पताल में इलाज कराना पड़ा. बस वाले उसे छोड़ कर चले गये. बाद में दूसरे बस से उसे भेजा गया. महिला माड़ीपुर की रहने वाली शीला देवी अपने परिजनों के साथ साउथ दिल्ली में रहती है.
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