बरौली. नगर की सबसे मशहूर काली पूजा दीपावली की रात में हुई और मंगलवार की सुबह से यहां भव्य मेला शुरू हो गया. पूजा के साथ ही यहां अहले सुबह से मां काली के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. भीड़ इतनी बढ़ी कि वालंटियर को कतार लगवानी पड़ी. वहीं मेले में बढ़ती भीड़ को देखते हुए शहर के सारे ड्रॉप गेटों को गिरा दिया गया था ताकि चार पहिया तथा भारी वाहन बाजार में प्रवेश नहीं कर सके. मेला लगने के साथ ही आजमगढ़ से पहुंचे लोकनृत्य फरी की नाच वालों ने समां बांध दिया. हर कोई इनके अविश्वसनीय नाच और करतब देखकर दांतों तले अंगुली दबा रहा था. यह कार्यक्रम पूरे दिन हुआ और शहर के लोगों ने इस नाच का भरपूर आनंद लिया. वहीं शाम होते ही कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत हो गयी. शाम को करीब दो घंटे के लिए रंगारंग डांस का प्रोग्राम हुआ, तो रात में मुजफ्फरपुर तथा पटना से आये कलाकारों ने अपनी कला का बेहतर प्रदर्शन करते हुए रात भर दर्शकों को बांधे रखा. पूजा समिति के अध्यक्ष नारद चौधरी ने बताया कि करीब 37 वर्षों से काली पूजा की परंपरा चली आ रही है और यहां तीन दिनों तक मेला लगता है, जिसमें सभी लोग भाग लेते हैं. इसके अलावा कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी दर्शकों के लिए आयोजित किये जाते हैं. यह मेला अभी दो दिन और चलेगा.
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