बैकुंठपुर. प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों मवेशियों में लंपी स्किन डिजीज (एलएसडी) का प्रकोप तेजी से फैल रहा है. खासकर डेढ़ से दो साल उम्र के पशुओं के मरने की खबरों ने पशुपालकों की चिंता बढ़ा दी है. यह बीमारी लंपी स्किन डिजीज वायरस (एलएसडीवी) से होती है, जो पॉक्सविरिडे परिवार से संबंधित है. मच्छर, मक्खी जैसे कीट और संक्रमित पशुओं के संपर्क में आने से यह बीमारी तेजी से फैलती है. बैकुंठपुर प्रखंड की विभिन्न पंचायतों से अन्य जगहों से जयादा मामले सामने आ रहे हैं. इससे दुग्ध व्यवसाय करने वाले परिवारों की रोजी-रोटी प्रभावित हो रही है. पशुपालक अपने मवेशियों को बचाने के लिए लगातार पशु-चिकित्सालय का चक्कर काट रहे हैं. स्थानीय पशु चिकित्सक डॉ प्रवीण कुमार सिन्हा, पशुधन सहायक संजय पांडेय तथा स्वास्थ्यकर्मी बसंत कुमार, अमरजीत राम और नागेश्वर यादव की टीम गांव-गांव जाकर जागरूकता फैला रही है और बीमार पशुओं का इलाज कर रही है. डॉक्टरों ने बताया कि लक्षण दिखने पर तुरंत पशु चिकित्सालय से संपर्क करना चाहिए, देर करने पर बीमारी गंभीर रूप ले सकती है.
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