गोपालगंज : चौंकिए मत! यह बंजारी चौराहा है. यहां प्रशासन, कोर्ट के अधिकारी से लेकर कर्मियों तक का आना-जाना है. फिर भी हाइवे पर यह पार्किंग किसी अधिकारी को नहीं दिखती. भीषण हादसे होने के बाद तंत्र जागता है. यह पार्किंग बड़े हादसे को निमंत्रण दे रही है. चौक पर एनएचएआइ ने रही-सही कमी को […]
गोपालगंज : चौंकिए मत! यह बंजारी चौराहा है. यहां प्रशासन, कोर्ट के अधिकारी से लेकर कर्मियों तक का आना-जाना है. फिर भी हाइवे पर यह पार्किंग किसी अधिकारी को नहीं दिखती. भीषण हादसे होने के बाद तंत्र जागता है. यह पार्किंग बड़े हादसे को निमंत्रण दे रही है. चौक पर एनएचएआइ ने रही-सही कमी को पूरा कर दिया है.
निर्माण एजेंसी पुंज लायड ने पैसा बचाने के चक्कर में लोगों की जान को जोखिम में डाल दिया है. यहां ओवरब्रिज बनाने के क्रम में सड़क का डायवर्सन वन-वे कर दिया है. इसके कारण आये दिन जाम की स्थिति बनी रहती है. एक तरफ जाम तो दूसरी तरफ पार्किंग ने बंजारी चौक को खतरनाक बना दिया है. नियमानुकूल हाइवे निर्माण एजेंसी को ओवरब्रिज की दोनों तरफ डायवर्सन बनाना जरूरी था. एनएचएआइ के अधिकारियों को अपने प्रभाव में लेकर निर्माण एजेंसी ने मनमानी की है.
होनेवाले हादसों की वजह
हाइवे का निर्माण कार्य अभी चल रहा है
कुहरे में तेज गति से वाहन का दौड़ाना
बाइपास पर खतरनाक कट
कट और तीखा मोड़ का संकेत नहीं होना
होगी कार्रवाई
हाइवे पर पार्किंग करनेवालों पर तत्काल कार्रवाई की जायेगी. साथ ही डायवर्सन के लिए प्रयास किया जायेगा.
मृत्युंजय कुमार, एसडीओ, गोपालगंज
चौक, ढाबे, पेट्रोल पंप पर खड़े होते हैं बेतरतीब वाहन
जाम से निबट रहे जवान
बंजारी चौक पर अनवरत जाम से निबटने के लिए जवानों को तैनात किया गया है. प्रशासन के स्तर पर दूसरा डायवर्सन चालू नहीं कराया जा रहा है. वन-वे हाइवे के डायवर्सन पर पूरे दिन पुलिस के जवानों को जाम से निबटना काफी मुश्किल भरा होता है. उनकी जान भी खतरा में रहती है.
कुहरे में काल बन कर दौड़ेंगे वाहन
कुहरा गहराने के बाद काल बन कर दौड़ते ट्रैक्टर-ट्राॅली का बड़े वाहन के ड्राइवरों को अंदाजा नहीं मिलता है. बड़े वाहन की गति अधिक होती है, जबकि हाइवे पर ट्रैक्टर धीमी गति से चलती है. नियमानुसार ट्रैक्टर-ट्राॅली का कॉमर्शियल उपयोग नहीं होना चाहिए. इसका उपयोग सिर्फ कृषि के क्षेत्र में हो सकता है.
इसके बावजूद जिले में आठ हजार ट्राॅली कॉमर्शियल कार्य में लगी हैं.