बैकुंठपुर : प्रखंड के दिघवा दुबौली बाजार स्थित अवधेश सिंदुरिया के आवास पर भोजपुरी लोक संस्कृति मंच के तत्वावधान में एक बैठक आयोजित कर अपनी भाषा की उपेक्षा पर नाराजगी जतायी गयी. मंच के संयोजक सिंदुरिया ने बताया कि बिहार भोजपुरी भाषा की जननी है. सरकार के कला संस्कृति मंत्रालय द्वारा राजधानी में आयोजित दशहरा महोत्सव के अवसर पर छपवाये गये विज्ञापन में राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न कलाकारों को आमंत्रित तो किया गया है,
मगर इसमें भोजपुरी के एक भी कलाकार नहीं होने से यहां उपेक्षा महसूस कर नाराजगी जतायी गयी. बैठक में उपस्थित भोजपुरी भाषी लेखक, कलाकार, संगीतकार व रंगकर्मियों ने अपनी भाषा संग हो रहे सौतेले व्यवहार पर अफसोस जताया है.