गोपालगंज : लोग लक्ष्मी के स्वागत में जुट गये हैं. दीपावली के दिन लक्ष्मी आयेंगी, इसलिए घरों की रंगाई-पुताई और सजावट का काम परवान पर है. हालांकि महंगाई का रंग रंगाई-पुताई और रंग – रोगन के सामान पर भी चढ़ा हुआ है. फिर भी परंपरा और आस्था के दौर में महंगाई पीछे छूट गयी है.
शहर हो या गांव हर जगह दुकानों, घरों की रंगाई-पुताई जारी है. जिन घरों में रंगाई-पुताई नहीं हो रही है उन घरों में भी सफाई का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है. हालांकि विगत वर्षों की अपेक्षा पेंटिग सामान एवं पेंटरों की मजदूरी में 20 फीसदी तक की वृद्धि हुई है फिर भी लोगों का उत्साह लक्ष्मी के स्वागत के लिए चरम पर है.
एक करोड़ से अधिक की बिक्रीपरंपरा और उत्साह के बीच जहां पर्व को लेकर लोगों में खुशी है, वहीं बिक्री में उछाल आयी है. बिक्री को देखते हुए दुकानदारों में खुशी है. चैंबर ऑफ कॉमर्स की मानी जाये, तो जिले में रंग-पेंट की खपत एक करोड़ से अधिक होने की संभावना है.
पेंटरों की बल्ले-बल्लेदीपावली के पावन पर्व को लेकर न सिर्फ घरों में खुशी है, बल्कि पर्व को लेकर हो रही रंगाई-पुताई से पेंटरों का रोजगार इन दिनों परवान पर है. इन दिनों अधिक-से-अधिक पैसा कमाने के लिए ये पेंटर ने दिन-रात एक कर दिया है.
फिलहाल दीपावली का दीप तो 11 नवंबर को जलेगा, लेकिन कई युवाओं का चल रहे पेंटिंग रोजगार ने एक पखवारे से इन घरों में उजाला ला दिया है.पेंट का इस वर्ष दाम पिछले वर्ष चुना – 110 प्रति वोरा 105 प्रति वोरा समोसम – 390 रुपया (20 किलो) 330 रुपया इनामल सफेद – 260-290 240-270रंगीन प्राइमर – 230 -250 (एक लीटर ) 210-230वाल पेंट – 1700-3350 (प्रति 20 लीटर) 1600-3160अधुनिकता का रंग घरों के पेंटिंग पर गोपालगंज.
आधुनिकता को रंग पर्व के साथ -साथ घर को सजाने -संवारने में भी सर चढ़ कर बोल रहा है. ऐसे में चुना का जमाना पेंट और समोसन की बढ़ती मांग में फीका पड़ गया है.अधिकतर घरों के रंगाई में समोसन, डिस्टेंपर और पेंट का प्रयोग धड़ल्ले से जारी है.
दुकानदार अनिल कुमार ने बताया कि 20 ग्राहक में कोई ग्राहक चुना की मांग कर रहा है नहीं तो सर्वाधिक विक्री समोसन की है. चुनाव की विक्री महज दालान, बथान एवं निम्न परिवार तक सिमट कर रह गयी है वहीं मध्यम वर्ग के लोगों की पहली पसंद समोसन है तथा उच्च वर्गीय लोगों के यहां तो ब्रांडेड पेंट लग रहे हैं.