पतहरा (गोपालगंज) : गंडक नदी की धारा तेजी से बदल रही है. नदी की बदलती धारा से होनेवाली तबाही को रोकना संभव नहीं है. लाखों की आबादी को बाढ़ की त्रासदी झेलनी होगी. नदी का सीधा रुख पतहरा तटबंध पर हो गया है.
बरसात में इस बार गंडक की तबाही की संभावना को देखते हुए जल संसाधन विभाग ने सरकार को अभी से ही चेताया है. जल संसाधन विभाग की रिपोर्ट पर नजर डालें, तो स्पष्ट होगा कि गंडक नदी पर बनाये जा रहे पुल निगम के द्वारा महासेतु गोपालगंज व बेतिया के बीच तबाही की जड़ में है.
22 किलोमीटर चौड़ा नदी के परिक्षेत्र में छह सहायक नदियां गंडक की धारा के साथ स्वच्छंद रूप से बहती थी. जिस पर पुल निर्माण एजेंसी ने गाइड बांध बांध कर छह सहायक नदियों की मुंह को बंद कर दिया.अब उन नदियों का पानी भी गंडक के मुख्य धारा में समा गया है, जिससे गंडक नदी का बेग काफी तीव्र है.
महज दो किलोमीटर गंडक के मुहाने को छोड़ा गया है. इस कारण गंडक पूरी तरह से पतहरा से लेकर मशान थाना तक तटबंध पर सीधा धारा बनी है. यह तटबंध बरसात में नदी के बेग को कितना देर रोक पायेगा. इसको लेकर बाढ़ नियंत्रण विभाग के विशेषज्ञ और अभियंता काफी चिंतित हैं.
विभाग ने सरकार को पूरी रिपोर्ट भेजते हुए अभी से ही निगरानी और मुकम्मल व्यवस्था करने का सुझाव दिया है. हालांकि इस मामले को प्रभात खबर ने पहले ही अपने पाठकों तक पहुंचाने का काम किया था. विभाग की रिपोर्ट ने जिला प्रशासन की नींद हराम कर दी है.