गोपालगंज: मुख्यमंत्री झुकें नहीं, हिम्मत दिखाएं. अपमान व स्वाभिमान के साथ समझौता न करें. अगर उन्हें जदयू के द्वारा जबरन मुख्यमंत्री पद से हटाया जाता है, तो विधानसभा भंग कर चुनाव की सिफारिश की जायेगी. चुनाव होने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री के पद पर काबिज रहें. ये बातें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने पत्रकार वार्ता में कहीं.
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार और सत्ताधारी जदयू दो खेमों में बट चुके हैं. नीतीश कुमार किसी तरह दुबारा मुख्यमंत्री बनना चाहते हंै. त्यागपत्र देना और सत्ता संभालना उनकी आदत है. वहीं, उनके इशारे पर मंत्री दलित मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को न सिर्फ बेइज्जत कर रहे हैं, बल्कि उन्हें नसीहत और चुनौती भी दे रहे हैं. ऐसे लोगों पर जदयू के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
इससे राज्य में मुख्यमंत्री पद की गरिमा गिर रही है. मुख्यमंत्री के विरुद्ध बयान में पूर्व मुख्यमंत्री की सहमति है. नीतीश कुमार और जीतन राम मांझी सांप-नेवले का खेल खेल रहे हैं. इससे प्रदेश में सत्ता व्यवस्था और प्रशासन ध्वस्त हो चुका है. अस्थायी सरकार न तो विकास कर पायेगी और न ही कानून का राज कायम कर पायेगी. इस मौके पर सांसद जनक राम, विधायक सुबास सिंह, जिलाध्यक्ष ब्रह्मानंद राय, आदित्य नारायण पांडेय, उमेश प्रधान, राजू चौबे, दुर्गा राय, हरेकृष्ण राय, रवि प्रकाश मणि त्रिपाठी, सुनील सिंह, रामाज्ञा यादव, मनीष किशोर नारायण, लखन तिवारी, मकसूदन सिंह कुशवाहा आदि मौजूद थे.