कुचायकोट : दहेज नहीं, दुल्हन को अपनाकर समाज के युवाओं को नयी राह दिखाने वाला युवक की तस्वीर अब बिहार गजट में शामिल होगा. मानव शृंखला की सफलता के बाद कुचायकोट प्रखंड से बंगरा के रहने वाले युवक की तस्वीर को बिहार गजट के लिए चयन किया गया है. प्रखंड के बंगरा गांव के रहनेवाले तथा पटना सिविल कोर्ट के वरिष्ठ वकील रहे स्व. रवींद्र नाथ तिवारी के पुत्र प्रभाकर मुंबई में अपनी मां शकुंतला देवी तथा छोटे भाई दिवाकर तिवारी के साथ रहते हैं
. मुंबई में बैंकिंग प्लानिंग के वर्क में अच्छे पैकेज पर कार्यरत हैं. जब शादी की बारी आयी तो सीएम की अपील से काफी प्रभावित हुए. साथ ही अपने वकील पिता के पास रहने से प्रभाकर दहेज के कारण रोज बिखर रहे परिवारों को करीब से देखा था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दहेज के खिलाफ चल रहे अभियान से प्रभावित होकर गत चार दिसंबर को प्रभाकर तिवारी ने दरभंगा के कंशी सिमरी गांव के विनोद मिश्रा की बेटी प्रिया के साथ धूमधाम से शादी की और युवाओं के प्रेरणास्रोत बने गये. अब बिहार सरकार के गजट में तस्वीर शामिल करने के निर्णय ने एक और अध्याय को जोड़ दिया है. प्रभात खबर ने इस खबर को प्रकाशित कर अन्य युवाओं से भी अपील की थी कि प्रभाकर से सिख लेकर दहेज को ना करें.