गोपालगंज : गोपालगंज के सरेया निवासी धन्नु राजा के संबंध में खुफिया व सुरक्षा एजेंसियों को 28 नवंबर को वाराणसी से गिरफ्तार लश्कर के एजेंट अब्दुल नईम शेख से जानकारी मिली थी. एनआइए ने 29 नवंबर को गोपालगंज शहर में डेरा डाल दिया था. धन्नु राजा जादोपुर चौक पर 30 नवंबर को एनआइए के गिरफ्त में आया.
एसपी मृत्युंजय कुमार ने कार्रवाई की पुष्टि करते हुए बताया कि एक दिसंबर को एनआइए ने पटना में गिरफ्तारी होने की जानकारी दी. राष्ट्रीय जांच एजेंसी धन्नु राजा से पूछताछ कर रही है. एनआइए सूत्रों ने आशंका जतायी है कि लश्कर-ए-तैयबा से कई और लोग जुड़े हुए हैं. देश के अलग-अलग जगहों पर एनआईए की तीन टीमें छापेमारी कर रही है. अबतक की कार्रवाई में एनआइए ने यूपी से दो तथा बिहार के गोपालगंज से एक को गिरफ्तार किया है. एनआईए की यह कार्रवाई पूरी तरह से गोपनीय रखा जा रहा है.
यूपी के प्रतापगढ़ से पहले गिरफ्तार हुआ था शाहनवाज
लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करनेवाले अब्दुल नईम शेख की गिरफ्तारी के एक दिन बाद यूपी एटीएस ने 26 नवंबर को प्रतापगढ़ जिले से उसके कथित सहयोगी शाहनवाज को यूपी के प्रतापगढ़ से हिरासत में लिया गया है. शाहनवाज को प्रतापपुर जिले से 35 किलोमीटर दूर ढकवा पुरे बीरबल गांव से हिरासत में लिया है. प्रतापपुर के पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि एटीएस की टीम पूछताछ करने के लिए लखनऊ लेकर गयी है.
शहर में हुए उपद्रव में भी आरोपित था धन्नु राजा
दुर्गापूजा में प्रतिमा विसर्जन के दौरान शहर में हुआ था उपद्रव
काला कपड़ा पहनने पर कांग्रेस अध्यक्ष ने जतायी थी आपत्ति
नोटबंदी के एक वर्ष पूरा होने पर आठ नवंबर को काला कपड़ा पहन कर धन्नु राजा अपने दोस्तों के साथ आंदोलन में शामिल हुआ. उसके कपड़ा पर कांग्रेस अध्यक्ष इफ्तेखार हैदर ने आपत्ति जतायी थी. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उसके पहनावा से कई कार्यकर्ताओं ने आपत्ति जतायी थी. हालांकि उसमें कोई खास सुधार भी नहीं था.