गोपालगंज : गंडक नदी के कटाव दिनों-दिन भयावह होता जा रहा है. सदर प्रखंड के भसही गांव के ढाई सौ परिवारों को उजाड़ने के बाद नदी ने मध्य विद्यालय के भवन को काट कर अपने आगोश में ले लिया. देर शाम स्कूल का भवन नदी में समा गया. गांव के उजड़ने के बाद कालामटिहनिया के वार्ड नं एक में 153 से अधिक घर पिछले 24 घंटे में लोगों ने कटाव के भय से तोड़ कर गांव को खाली कर दिया. ग्रामीण हरिनारायण राय, बलिस्टर राय, जितेंद्र राय, संतोष राय, योगी राय,
पवन राय, हरेराम राय, सुनीता देवी आदि का अंतिम घर बचा था, जिसे तोड़ कर शुक्रवार को गांव को खाली कर दिया गया. इन पीड़ितों ने बाढ़ नियंत्रण विभाग पर बचाव कार्य में लूट-खसोट का आरोप लगाया है. गंडक नदी का कटाव तेजी से भसही दलित बस्ती में हो रहा है, उधर नदी का सीधा अटैक कुचायकोट प्रखंड के विशंभरपुर स्थित प्लस टू स्कूल भवन, मध्य विद्यालय तथा विशंभरपुर बाजार पर है. नदी के कटाव से पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल है. स्कूल भवन के नदी में समाने के बाद नदी तेजी से फुलवरिया गांव की तरफ बढ़ रही है.
कालामटिहनिया पंचायत के अगले चार-पांच दिनों में जिले के नक्शे से मिटने की आशंका है. इस बीच शुक्रवार को हुई बारिश के कारण गंडक नदी का जल स्तर बढ़ कर 1.10 लाख क्यूसेक हो गया है. हालांकि बाढ़ नियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता आरके शाही की मानें, तो पतहरा समेत जिले के सभी तटबंध सुरक्षित हैं.