सरबहना गांव में ग्रामीणों चिकित्सक को पुलिस के हवाले किया
परिजनों ने इलाज में लापरवाही का लगाया आरोप
ग्रामीणों ने डॉक्टर का घर घेरकर दी सूचना
प्रतिनिधि, वजीरगंज.
प्रखंड अंतर्गत केनार फतेहपुर पंचायत के सरबहना गांव में इलाज के क्रम में एक महिला की मौत हो गयी. मृतका की पहचान संजू देवी के रूप में हुई है. घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने गांव के ही एक ग्रामीण चिकित्सक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार पांच अगस्त की शाम संजू देवी की तबीयत अचानक बिगड़ गयी थी. इलाज के लिए उन्हें गांव के ही ग्रामीण चिकित्सक शैलेंद्र कुमार के पास ले जाया गया. आरोप है कि इलाज के दौरान डॉक्टर ने उन्हें स्लाइन चढ़ाया और इंजेक्शन दिया. इसी दौरान उनकी तबीयत और बिगड़ने लगी. परिजनों का कहना है कि जब संजू देवी की हालत गंभीर होती चली गई, तो वे उन्हें किसी दूसरे डॉक्टर के पास ले जाना चाह रहे थे. लेकिन, शैलेंद्र कुमार ने रोकते हुए कहा कि वे खुद ही महिला को ठीक कर देंगे. इस चक्कर में मरीज को कई घंटे रोककर रखा गया. जब हालत पूरी तरह बिगड़ गयी, तो रात करीब 10 बजे डॉक्टर ने जवाब दे दिया. इसके बाद संजू देवी को अचेतावस्था में वजीरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. वहां चिकित्सकों ने जांच के बाद महिला को मृत घोषित कर दिया. घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया. लोगों ने ग्रामीण चिकित्सक के घर को घेर लिया और पुलिस को सूचना दी. वजीरगंज थाना की टीम गांव पहुंची और ग्रामीण चिकित्सक को हिरासत में ले लिया. पीड़ित परिजनों की ओर से थाने में दिए गए आवेदन के आधार पर डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. थानाध्यक्ष वेंकटेश्वर ओझा ने बताया कि आरोपित ग्रामीण चिकित्सक को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया. वहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

