गया न्यूज : हाल एएनएमएमसीएच में पांच लावारिस मरीजों का
इन मरीजों की हरकत से अन्य भी तंगों-तबाह
बेड पर रखने के तुरंत बाद उतर कर चले जाते हैं नीचे, नहीं है यहां अलग वार्ड
वरीय संवाददाता, गया.
बहुत दिन हो गया है शराब लाकर देते, तो चंगा हो जाते. बहुत मन कर रहा है साहब. इतने में एक को खैनी बनाते देखते ही कहता है कि खैनी हमें भी खिलाना भाई साहब. यहां सिर्फ दवा, सूई और खाना दिया जा रहा है. इससे ठीक होने वाला नहीं हूं. उक्त बातें इमरजेंसी में भर्ती लावारिस युवा मरीज ने कहीं. कुछ देर बाद जब उसकी सफाई करने कर्मचारी पहुंचा, तो उसे डंडे से मारने को तैयार हो गया. इतना ही नहीं, गाली-गलौज करना उसके लिए आम बात है. दिमाग कम होने की बात कह कर उसकी हरकत को लोग अनदेखा कर देते हैं. यहां पर फिलहाल पांच लावारिस मरीज सिर दर्द बने हैं. इमरजेंसी सर्जरी में भर्ती एक लावारिस युवक कई मरीजों के साथ मारपीट कर चुका है. आम मरीजों के साथ इन्हें रखा जाता है, तो आसपास के दो बेडों पर कोई मरीज भी नहीं रहना चाहता है. अस्पताल का ज्यादातर कर्मचारी लावारिस मरीज को बेड पर पहुंचाने में ही व्यस्त रहते हैं. क्योंकि, बेड पर चढ़ाकर कर्मचारी के वापस जाते ही दोबारा लावारिस मरीज नीचे उतर कर बाहर निकल जाते हैं. अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, पहले यहां ट्विन वार्ड में एक कमरा लावारिस मरीजों के लिए आरक्षित किया गया था. लेकिन, कुछ दिनों बाद ही ध्यान नहीं दिये जाने के चलते वार्ड को बंद कर दिया गया. अब सामान्य मरीजों के साथ ही इन मरीजों का भी इलाज किया जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है