मानपुर. औरंगाबाद जिले के नवीनगर थाना क्षेत्र से चोरी गये एक ट्रैक्टर की बरामदगी के बाद अपराधियों द्वारा पुलिस टीम पर हमले की सनसनीखेज घटना सामने आयी है. चोरी गया ट्रैक्टर स्थानीय वजीरगंज पुलिस की मदद से वजीरगंज थाना क्षेत्र के भिंडस स्थित कुआंखोह पहाड़ी से शनिवार की रात बरामद किया गया. साथ ही इस मामले में दो आरोपितों अनिल शर्मा और शुभम कुमार को गिरफ्तार भी किया गया था. ट्रैक्टर जब्त कर और आरोपितों को हिरासत में लेने के बाद जब नवीनगर थाने की पुलिस टीम मानपुर की ओर लौट रही थी, तभी लखनपुर-रसलपुर गांव के समीप 15-20 की संख्या में अपराधियों ने पुलिस वाहन को ओवरटेक कर घेर लिया. इसके बाद पुलिस पर रोड़ेबाजी और जानलेवा हमला किया गया. इसी दौरान भीड़ ने अनिल शर्मा (चिरैला निवासी) और शुभम कुमार (भिंडस निवासी) को पुलिस की हिरासत से छुड़ाकर फरार करा दिया. इस हमले में डीआइयू प्रभारी पुनि मनोज कुमार पांडेय और नवीनगर थानाध्यक्ष संजय कुमार घायल हो गये, जबकि पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया. यह घटना शनिवार की देर रात लगभग नौ बजे की है. आठ नामजद व 15 अज्ञात पर प्राथमिकी, गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी घटना के बाद नवीनगर थानाध्यक्ष संजय कुमार के लिखित बयान पर आठ नामजद सहित 10-15 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. नामजद आरोपितों में भिंडस गांव का लालो सिंह, आकाश कुमार, राजवल्लभ सिंह, मनोज सिंह उर्फ मास्टर साहेब, कचौड़ी सिंह, सुगनी कुमार, अनिल शर्मा और शुभम कुमार शामिल हैं. पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर डीएसपी सुनील कुमार पांडेय के नेतृत्व में विशेष टीम गठित कर देर रात भिंडस गांव में छापेमारी की गयी, हालांकि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. मामले की जांच की जिम्मेदारी अपार थानाध्यक्ष शशि भूषण प्रसाद को सौंपी गयी है. ट्रैक्टर चोरी करनेवाले गिरोह की परतें खुलीं, मोबाइल फोन से मिले अहम सुराग जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि यह संगठित ट्रैक्टर चोरी गिरोह है, जिसके तार औरंगाबाद, नवादा और गया तक फैले हैं. चोरी के ट्रैक्टर को ललन पासवान नामक व्यक्ति द्वारा औरंगाबाद से लाकर बोधगया थाना क्षेत्र अंतर्गत दोमुहान इलाके में बेचा जाता था. अनिल शर्मा इस गिरोह का अहम सदस्य है, जो वजीरगंज के भिंडस मोड़ पर एक हेयर कटिंग की आड़ में ट्रैक्टर की खरीद-बिक्री करता है. अब तक वह करीब 10 ट्रैक्टरों की अवैध बिक्री कर चुका है. उसके मोबाइल फोन से चोरी गये ट्रैक्टरों की कई तस्वीरें व मॉडल की जानकारी बरामद हुई है, जिससे पूरे नेटवर्क का खुलासा होने की उम्मीद जतायी जा रही है. जांच और कार्रवाई जारी पुलिस फिलहाल फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. साथ ही पूरे घटनाक्रम को लेकर उच्चस्तरीय जांच शुरू की गयी है. पुलिस सूत्रों का मानना है कि यह मामला न केवल चोरी बल्कि संगठित आपराधिक गिरोह से जुड़ा है, जिसे जल्द ही निष्क्रिय करने की दिशा में ठोस कार्रवाई की जा रही है.
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