गया़ सीयूएसबी के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (आइआइसी) के स्टार्टअप कमेटी के द्वारा आइडियाथॉन 2025 का आयोजन किया गया, जिसमें प्रतिभागी छात्रों द्वारा नवाचारों की शानदार प्रस्तुति दी गयी. कुलपति प्रो कामेश्वर नाथ सिंह के संरक्षण में आयोजित कार्यक्रम का उद्देश्य नवाचार, रचनात्मकता और छात्र-नेतृत्व वाली उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करना था. पीआरओ मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि भौतिकी विभाग के विभागाध्यक्ष तथा आइआइसी अध्यक्ष प्रो वेंकटेश सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित आइडियाथॉन ने यह स्पष्ट किया कि सीयूएसबी नवाचार, अधिगम और सामाजिक रूप से प्रेरित उद्यमशीलता का केंद्र बनने की दिशा में अग्रसर है. कार्यक्रम की शुरुआत स्टार्टअप कमेटी के छात्र समन्वयक श्री पूर्णेंदु प्रभात द्वारा स्वागत भाषण से हुई. उन्होंने शैक्षणिक परिसरों में नवाचार की संस्कृति को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि विचारों को जब क्रियान्वयन और सहयोग से जोड़ा जाता है, तो वे स्टार्टअप इंडिया और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं. आइडियाथॉन में कुल पांच टीमों ने भाग लिया और अपनी अभिनव स्टार्टअप अवधारणाएं प्रस्तुत की जिसमें विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा के लिए स्मार्ट लर्निंग डिवाइस, छोटे शहरों के लिए एक स्थानीय मरम्मत सेवा एग्रीगेट, प्रोटीन की कमी से निबटने के लिए स्पाइरुलिना-आधारित चॉकलेट बार, डिलीवरी, राइड-शेयरिंग और पीयर-टू-पीयर सेवाओं के लिए एक बहु परियोजनात्मक ऐप और जैविक रूप से विघटनीय बांस फाइबर से बने पर्यावरण-अनुकूल मासिक धर्म स्वच्छता उत्पाद आदि शामिल थे. निर्णायक मंडल में प्रो वेंकटेश सिंह और डॉ नेमी चंद्र राठौर शामिल थे. दोनों निर्णायकों ने प्रतिभागियों के विचारों की सराहना की और उन्हें उपयोगी सुझाव दिये. कार्यक्रम का संचालन स्टार्टअप कमेटी की फैकल्टी कोऑर्डिनेटर रेणु के मार्गदर्शन में हुआ. आयोजन में आइआइसी के सचिव प्रियांशु कांत और छात्र सह-समन्वयक वैष्णवी कुमारी की सक्रिय भूमिका सराहनीय रही. कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ.
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