बोधगया. मगध विश्वविद्यालय के कुलपति के आवासीय कार्यालय में गुरुवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की. इनमें मंतोष सुमन, सूरज सिंह व धीरज केसरी शामिल थे. प्रतिनिधिमंडल ने मगध विश्वविद्यालय के कुलपति, कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक व डीएसडब्ल्यू से मुलाकात कर छात्रों की शिक्षा, परीक्षा व बुनियादी समस्याओं को लेकर 43 सूत्री मांग पत्र सौंपा. छात्र प्रतिनिधियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर 15 दिनों के भीतर इन मांगों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तब वे चरणबद्ध आंदोलन शुरू करेंगे. मांग पत्र में पेंडिंग परिणामों में सत्र 2018–21 से लेकर 2024–28 तक के काफी छात्र-छात्राओं के परिणाम अब तक लंबित होने की बात कही गयी है. इनमें स्नातक, स्नातकोत्तर, वोकेशनल और सीबीसीएस पैटर्न के सभी पाठ्यक्रम शामिल हैं. छात्रों का कहना है कि लंबित परिणामों के चलते न तो वे उच्च शिक्षा में नामांकन ले पा रहे हैं और न ही नौकरी के लिए आवेदन कर पा रहे हैं. अन्य मांगों के साथ ही गया कॉलेज के हॉस्टल के जर्जर स्थिति सहित अन्य समस्याओं को शामिल किया गया है. इस पर कुलपति प्रो एसपी शाही ने कहा कि छात्रों की सभी समस्याओं का समाधान जल्द किया जायेगा. वोकेशनल व प्रोफेशनल कोर्सों की गुणवत्ता सुधार के लिए कठोर कदम उठाये जायेंगे व नामांकन प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जायेगी. परीक्षा शाखा की समस्याओं को दूर करने के लिए परीक्षा नियंत्रक को निर्देशित किया गया है. साथ ही, अन्य विषयों के समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये हैं. उन्होंने कहा कि जिन कॉलेजों में छात्रों की उपस्थिति कम पायी जायेगी, वहां के प्राचार्यों पर कार्रवाई की जायेगी. 15 दिनों के अंदर सभी लंबित परीक्षा परिणाम जारी कर दिये जायेंगे.
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