इमामगंज. पर्यावरण संरक्षण को लेकर देशभर में विभिन्न योजनाओं जैसे मनरेगा, जल जीवन हरियाली आदि के तहत प्रतिवर्ष लाखों पौधे लगाये जा रहे हैं, ताकि पर्यावरण संतुलित और सुरक्षित रहे. लेकिन झिकटिया पंचायत के टंकबार, कहतो, बेंगादोहर, एकंबा और चपरी गांवों में स्थित शिवसागर आहर, नौका आहर, कोयली आहर, मुसन आहर, बुढा बूढ़ी आहर, गुलरिया आहर व शिव कुमारी आहर के जीर्णोद्धार के दौरान पेड़ कटने की खबर सामने आयी है. स्थानीय अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा कर मामले की जांच की. इस संदर्भ में उप विकास आयुक्त को भी जानकारी दी गयी, जिन्होंने डीएम डॉ त्यागराजन के निर्देशानुसार तत्काल जांच का कार्रवाई की. जांच में पुष्टि होने पर आहरों के जीर्णोद्धार के कार्यों पर रोक लगा दी गयी है व भुगतान भी निलंबित कर दिया गया है. उप विकास आयुक्त, जिला वन पदाधिकारी और शेरघाटी एसडीओ को विस्तृत जांच करने और कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. इससे पहले सरकारी ठेकेदार शाहबाज कमर खान ने डीएम को बताया था कि उन्होंने कार्य शुरू करने से पहले जीपीएस के माध्यम से बूढ़ा-बूढ़ी आहर का फोटो और वीडियो रिकॉर्डिंग की थी, जिसमें कोई पेड़-पौधा नहीं दिखा था. यह पत्राचार जांच प्रक्रिया में सहायक साबित हो सकता है. पर्यावरण संरक्षण और जल संरक्षण के लिहाज से यह मामला गंभीर माना जा रहा है. जांच पूरी होने के बाद जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है.
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