2006 में गिरे बरगद के पेड़ की जड़ से प्रकट हुई थीं माता दुर्गा व भगवान विष्णु की मूर्तियां प्रतिनिधि, शेरघाटी. शेरघाटी प्रखंड की श्रीरामपुर पंचायत के बीटी बिगहा गांव का विष्णु धाम मंदिर आज भक्तों के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र बन चुका है. सनातन धर्म में देवी-देवताओं की महिमा अपरंपार है और शक्ति पूजा के लिए मां भगवती का विशेष स्थान है. यही कारण है कि विष्णु धाम स्थित माता दुर्गा मंदिर में सालोंभर भक्तों की भीड़ लगी रहती है. ग्रामीणों के अनुसार, तीन जून 2006 को आयी तेज तूफान में गांव का एक विशाल बरगद का पेड़ गिर पड़ा. जब उसकी जड़ें उखड़ीं, तो वहां से भगवान विष्णु और माता दुर्गा की अद्भुत मूर्तियां प्रकट हुईं. इस चमत्कारी घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी मचा दी. इसके बाद ग्रामीणों ने सामूहिक सहयोग से मंदिर का निर्माण कराया. तब से यह स्थान न केवल बीटी बिगहा, बल्कि आसपास के गांवों के लिए भी आस्था का केंद्र बन गया है. ग्रामीण वीरेंद्र सिंह, रवींद्र सिंह व अखिलेश सिंह समेत कई लोग बताते हैं कि इस दिव्य स्थान से लोगों की मुरादें पूरी होती हैं. मंदिर की मान्यता है कि यहां सच्चे मन से मांगी गयी हर इच्छा मां दुर्गा पूरी करती है. यही वजह है कि यहां भक्त अपनी मुरादें लेकर आते हैं और खुशियों की झोली भरकर लौटते हैं. यह स्थान दिव्य शक्ति का प्रतीक नवरात्र के समय इस मंदिर में विशेष पूजा होती है. मां के दरबार में कलश स्थापना से लेकर देवी के नौ रूपों की पूजा-अर्चना पूरे वैदिक विधि-विधान से की जाती है. इस दौरान दूर-दराज से श्रद्धालु पहुंचकर मां का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. आस्था का यह दरबार आज गांव की पहचान बन चुका है. बरगद की जड़ से प्रकट मूर्तियों की यह कथा आज भी लोगों की आस्था को और मजबूत बनाती है. भक्तों का कहना है कि यह स्थान दिव्य शक्ति का प्रतीक है, जहां पहुंचकर आत्मिक शांति और संतोष प्राप्त होता है.
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