महापर्व छठ के दौरान रेलवे प्रशासन और आरपीएफ टीम रही अलर्ट संवाददाता, गया जी. महापर्व छठ के दौरान रेलवे प्रशासन और आरपीएफ की टीम ने सुरक्षा व्यवस्था की बागडोर पूरी तरह से अपने हाथों में रखी. आरपीएफ इंस्पेक्टर बनारसी यादव के नेतृत्व में सोमवार की शाम से ही रेलवे ट्रैक और फाटक के आसपास अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गयी थी. छठ घाटों तक पहुंचने वाले रास्तों पर भी रेल सुरक्षा बल के जवान तैनात रहे, ताकि श्रद्धालु निर्बाध रूप से पूजा स्थल तक पहुंच सके. शाम के अर्घ के दौरान आरपीएफ-जीआरपी के अधिकारी और जवान विभिन्न रेलवे फाटकों, ट्रैक और प्लेटफॉर्म पर अलर्ट मोड में तैनात रहे. रेल प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर खास इंतजाम किये थे. गया जंक्शन समेत आसपास के सभी महत्वपूर्ण फाटकों पर जवानों की निगरानी रही. ट्रेनों की स्पीड भी शहर के नजदीकी फाटकों से गुजरते समय धीमी कर दी गयी, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो. आरपीएफ की टीम ने रेलवे फाटकों से सीटी बजाकर ट्रेनों को सावधानीपूर्वक पार कराया. आरपीएफ इंस्पेक्टर बनारसी यादव ने बताया कि छठ पर्व में आमजन की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता रही. उन्होंने कहा कि रेलवे ट्रैक पार करने वाले श्रद्धालुओं को हर संभव सहयोग दिया गया. किसी भी स्थिति में कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए आरपीएफ-जीआरपी और रेल प्रशासन के बीच समन्वय कायम रखा गया. रेलवे स्टेशन परिसर में भी यात्रियों को जागरूक करने के लिए एनाउंसमेंट सिस्टम से लगातार अपील की जाती रही कि वे रेल लाइन पार नहीं करें और केवल निर्धारित मार्गों का ही प्रयोग करें. कैमरों से की गयी निगरानी आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम ने ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी कैमरों की मदद से रेलवे फाटकों की स्थिति पर नजर रखी. ड्रोन से निगरानी के कारण भीड़ वाले इलाकों में सुरक्षा नियंत्रण आसान रहा. शाम के अर्घ के दौरान सुरक्षा व्यवस्था इतनी सख्त थी कि श्रद्धालु निश्चिंत होकर पूजा-अर्चना कर सके. श्रद्धालुओं ने आरपीएफ और रेल प्रशासन की इस तत्परता की सराहना की है.
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