गया. शहर के लोग हर दिन अहले सुबह से ही गांधी मैदान टहलने के लिए पहुंचते हैं. इसमें बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं व युवा सभी लोग रहते हैं. अहले सुबह से ही गांधी मैदान के अंदर आवारा पशुओं का जमावड़ा लग जाता है. कई बार ये आवारा पशु लोगों को घायल भी कर चुके हैं. शहमीरतक्या के अजय कुमार ने बताया कि उनकी मां आवारा पशु की चपेट में आने से दो दिन पहले ही पैर तोड़वा चुकी हैं. आवारा पशुओं पर गांधी मैदान में निगम की ओर से किसी तरह की कार्रवाई नहीं होने से पशुपालक भी यहां घास चरने के लिए पशुओं को छोड़ जाते हैं.
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