सीयूएसबी :
लॉ के सहायक प्राध्यापक मणि प्रताप ने जापान के वासेडा यूनिवर्सिटी में शोध पेपर प्रस्तुत किया
वरीय संवाददाता, गया.
दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लॉ एवं गवर्नेंस (एसएलजी) के सहायक प्राध्यापक मणि प्रताप ने जापान के टोक्यो शहर में आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में शोध पेपर प्रस्तुत किया. मणि प्रताप ने जापान की राजधानी टोक्यो स्थित वासेडा यूनिवर्सिटी में चार से छह अप्रैल के बीच आयोजित सातवें आइपीआइआरए अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में अपना शोध प्रस्तुत किया. अंतरराष्ट्रीय पटल पर शोध पेपर प्रस्तुतीकरण के लिए कुलपति प्रो कामेश्वर नाथ सिंह, कुलसचिव प्रो नरेंद्र कुमार राणा के साथ विभाग के प्राध्यापकों ने बधाई व शुभकामनाएं दी हैं. पीआरओ मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि यह शोध पेपर मणि प्रताप के द्वारा संयुक्त रूप से तुमुल कुमार, डिजिटल कंसल्टेंट, एक्सेंचर जापान, डॉ स्वाति, सहायक प्राध्यापक, इलाहाबाद डिग्री महाविद्यालय, इलाहाबाद विश्वविद्यालय तथा तन्मय कुमार, सह प्रस्तुतकर्ता, सिंबायोसिस विश्वविद्यालय के साथ प्रस्तुत किया गया. इस शोध पेपर का विषय जेनरेटीव एआइ, कल्चरल क्रिएटिविटी एंड आइपी राइट: चैलेंजेस एंड रेसपोंसेस इन इंडिया फॉल्क म्यूजिक एंड जापान मांगा एंड वॉयस आर्ट था. इस शोध में एआइ के महत्व, तेजी से हो रहे बदलाव, कॉपीराइट, पारंपरिक कल्चरल एक्सप्रेशन, म्यूजिक एवं आर्ट पर इनके प्रभाव पर विस्तृत चर्चा प्रस्तुतीकरण किया गया. इस अवसर पर प्रो अशोक कुमार, हेड एवं डीन, विधि एवं शासन प्रणाली पीठ, प्रो संजय प्रकाश श्रीवास्तव, प्रो पवन कुमार मिश्रा, प्रो प्रदीप कुमार दास, डॉ सुरेंद्र कुमार, डॉ पूनम कुमारी, डॉ देव नारायण सिंह, डॉ दिग्विजय सिंह, डॉ पल्लवी सिंह, डॉ अनंत प्रकाश नारायण, डॉ कुमारी नीतू, डॉ नेहा शुक्ला, डॉ अनुराग अग्रवाल, डॉ चंदना सूबा ने भी हर्ष प्रकट करते हुए मणि प्रताप को बधाई दी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

