गया. मोहम्मद साहब व ईसा मसीह के पूर्वज भी वेदकाल में सनातनी हिंदू ही थे. उक्त बातें भारत को हिंदू राष्ट्र बनाये जाने के सवाल पर शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने प्रेस वार्ता में पत्रकारों से कही. गया के डेल्हा स्थित अवस्थी मंदिर में पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती महाराज मंगलवार को पहुंचे जहां शशांक अवस्थी के नेतृत्व में श्रद्धालुओं ने उनका भव्य स्वागत किया व आशीर्वाद प्राप्त किया. प्रेस वार्ता में स्वामी जी ने राजनेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि वे शासन करने की क्षमता नहीं रखते. कंपनियों को ठेका देकर शासन चला रहे हैं. हालात यही रहा तो आने वाले दिनों में पूरे विश्व में विदेशी कंपनियां ही शासन करेंगी. शंकराचार्य जी महाराज ने आशंका जतायी कि भविष्य में जब नेताओं में ठेका देने की भी क्षमता नहीं रहेगी, तब विदेशी कंपनियां ही विश्व पर शासन करेंगी. जगद्गुरु ने कहा कि मठ-मंदिरों को केंद्र बिंदु बनाकर समाज की संरचना में स्वस्थ भूमिका निभानी चाहिए. बोधगया के महाबोधि मंदिर को लेकर बौद्ध संगठनों द्वारा चल रहे विवाद पर उन्होंने कहा कि गौतम बुद्ध भगवान विष्णु के दसवें अवतार माने जाते हैं. भगवत गीता की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध सनातनी धर्म के अनुसार बौद्ध धर्म का प्रचार किये. इस पर विवाद उचित नहीं है. इसके बाद उन्होंने अपने भक्तों को दर्शन व दीक्षा दी. शाम में दर्शन व संगोष्ठी का आयोजन हुआ. कार्यक्रम में काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल थे.
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