गया जंक्शन पर मंडल रेल प्रबंधक ने यात्रियों से किया ”अमृत संवाद”
रेल सेवाओं व सुविधाओं में हो रहे निरंतर सुधार के साथ जनअपेक्षा पर हुई बात
फोटो-गया-रोहित-251- कुली व अधिकारियों से बातचीत करते डीआरएम फोटो-गया-रोहित-252- यात्री से सुविधाओं पर बातचीत करते डीआरएम
संवाददाता, गया जी. डीडीयू मंडल के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) उदय सिंह मीना ने गया रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के साथ अमृत संवाद किया. यह कार्यक्रम विशेष अभियान 5.0 के अंतर्गत यात्रियों से प्रत्यक्ष संवाद स्थापित करने की एक नागरिक-केंद्रित पहल है, जिसका उद्देश्य रेलवे सेवाओं को जन अपेक्षाओं के अनुरूप और अधिक उत्तरदायी बनाना है. अमृत संवाद कार्यक्रम अमृत काल की भावना और पंच प्रण के सिद्धांतों पर आधारित है, जिसमें यात्रियों को सेवा सुधार की प्रक्रिया में सहभागी बनाया जाता है. डीआरएम ने स्टेशन पर यात्रियों से बातचीत की. उनकी यात्रा से जुड़ी अनुभवों को जाना और सुझावों को गंभीरता से सुना. यात्रियों ने खानपान, प्रतीक्षालय, प्रसाधन, टिकटिंग, सूचना प्रणाली, दिव्यांग अनुकूल सेवाओं और स्वच्छता सहित रेल सेवा व सुविधा से संबंधित अपने विचार साझा किये. इस संवाद के दौरान डीआरएम ने यात्रियों से वंदे भारत और अमृत भारत ट्रेनों जैसी आधुनिक सुविधाओं पर भी बात की और इन सेवाओं के साथ उनके यात्रा अनुभवों पर चर्चा की. उन्होंने यात्रियों को बताया कि रेलवे की ओर से लगातार आधुनिक तकनीक और यात्री सुविधा को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे यात्रा अनुभव और भी सहज और सुरक्षित हो सके.गया जंक्शन पर सुविधाओं में निरंतर में हो रही वृद्धि
डीआरएम ने गया जंक्शन पर कार्यरत कुली बंधुओं से भी विशेष रूप से संवाद किया. स्टेशन पर उनके लिए सुविधाओं में निरंतर वृद्धि की जा रही है. उन्होंने उन्हें यह स्मरण कराया कि वे भी एक तरह से रेलवे परिवार का ही हिस्सा हैं. स्टेशन पर यात्रियों से सीधे संपर्क में रहने वाले फ्रंटलाइन संदेशवाहक हैं. उन्होंने कुलियों को नियमों के अनुरूप सेवा देते रहने की प्रेरणा दी, जिससे स्टेशन पर समग्र सेवा अनुभव बेहतर बना रहे. सभी से डीआरएम ने स्टेशन पर सर्वांगीण स्वच्छता बनाये रखने में जिम्मेदारी के साथ सहयोग करने की अपील की. यह संवाद औपचारिक शिकायत प्रणाली से अलग एक सहज और मानवीय संपर्क का माध्यम है, जो यात्रियों को उनकी जिम्मेदारी का बोध कराते हुए रेल सेवा व सुविधाओं में उत्तरोत्तर सुधार में भागीदारी के लिए प्रेरित करता है. विशेष अभियान 5.0 के अंतर्गत ऐसे संवाद कार्यक्रम सभी प्रमुख स्टेशनों पर आयोजित किये जा रहे हैं, जिससे रेल सेवाओं में पारदर्शिता, सहभागिता और जन विश्वास को सशक्त किया जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

