गया. खेलो इंडिया यूथ गेम्स में शुक्रवार को खो-खो में गर्ल्स व ब्वॉयज टीम का अंडर-18 वर्ग के फाइनल मुकाबला खेला गया. गर्ल्स व ब्वॉयज वर्ग में खेले गये मैच में संघर्षपूर्ण मुकाबला देखने को मिला. फाइनल मुकाबले में ओड़िशा की गर्ल्स व महाराष्ट्र की ब्वॉयज टीम विजेता बनी. दोनों वर्ग में टीम पूल मैच से ही उत्कृष्ट प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा. ओड़िशा की लड़कियों ने बड़ा उलटफेर करते हुए बेहतर प्रदर्शन कर रही महाराष्ट्र को हराकर खो-खो का स्वर्ण पदक जीत लिया, जबकि ब्वॉयज वर्ग के फाइनल में ओड़िशा को महाराष्ट्र की टीम से हार कर रजत से संतोष करना पड़ा. ओड़िशा की टीम ने समरनिका साहू (12 अंक) की अगुवाई में लड़कियों के अंडर-18 वर्ग के फाइनल में महाराष्ट्र की टीम को 34-31 से हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया. टीम ने तमिलनाडु में आयोजित पिछले खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2024 में रजत पदक जीता था, लेकिन टीम इस बार अपने पदक का रंग बदलने में सफल रही. अंडर-18 ब्वॉयज वर्ग के फाइनल में एक समय ओड़िशा की टीम महाराष्ट्र से 10-16 से पीछे चल रही थी. महाराष्ट्र की टीम ने यहां से अपनी बढ़त को बरकरार रखते हुए ओड़िशा को नौ अंकों (34-25) से हराकर स्वर्ण पदक जीत लिया. ब्वॉयज टीम के बीच संघर्षपूर्ण मुकाबला रहा.
हमारी बेटियों ने कर दिखाया
ओड़िशा गर्ल्स टीम के लिए यह एक ऐतिहासिक प्रदर्शन है. हमारी टीम ने दो साल पहले भी स्वर्ण पदक जीता था. ओड़िशा सरकार से पिछले कुछ समय से हमें काफी सपोर्ट मिल रहा है. हम टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले ही एक लक्ष्य लेकर उतरे थे कि हमें चैंपियन बनना है और हमारी लड़कियों ने इसे कर दिखाया है.पार्था महापात्रा, ओडिशा, गर्ल्स खो-खो टीम ओड़िशा
परिणाम पर एक नजर
गर्ल्स खो खो टीमविनर : ओड़िशा
रनर : महाराष्ट्र,तीसरा स्थान : पंजाब व दिल्लीब्वॉयज खो खो टीमविनर : महाराष्ट्र
रनर : ओड़िशातीसरा स्थान : कर्नाटक व पंजाब
मोदी सरकार पारंपरिक खेलों को दे रही बढ़ावा : मांझी
गया. बिपार्ड में चल रहे खेलो इंडिया यूथ गेम्स में शुक्रवार को खिलाड़ियों को हौसला बढ़ाने के लिए केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी शामिल हुए. उनके साथ मगध क्षेत्र के आइजी छत्रनील सिंह, डीएम डॉ त्यागराजन एसएम व अन्य अफसर भी थे. श्री मांझी ने कहा कि मोदी सरकार पारंपरिक खेलों को बढ़ावा दे रही है. इसी का प्रतिफल खेलो इंडिया यूथ गेम्स है. इसमें देश भर के बच्चों को अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का मौका मिला है. मंत्री ने खो-खो मैच का लुत्फ उठाया. खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया. कहा खेलों में बेटियों का शामिल होना व उनका प्रदर्शन से उन्हें आगे बढ़ने का मौका मिलता है. मंत्री ने खो-खो ब्वॉयज टीम के विजेता खिलाड़ियाें के साथ रनर व तृतीय स्थान प्राप्त टीमों के खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया. उन्हें मेडल व शुभंकर देकर पुरस्कृत किया.
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