डुमरिया. डुमरिया के बीडीओ राजू कुमार के सरकारी आवास पर बुधवार को गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने छापेमारी की, लेकिन वहां न तो शराब मिली और न ही कोई आपत्तिजनक गतिविधि सामने आयी. सूचना झूठी साबित हुई, जिसके बाद यह सवाल उठने लगा है कि कहीं यह किसी साजिश का हिस्सा तो नहीं था. पुलिस जब छापेमारी कर रही थी, उस वक्त बीडीओ राजू कुमार आइटी मंत्री संतोष सुमन के प्रोटोकॉल में शामिल थे और एक सरकारी कार्यक्रम में आयुष्मान कार्ड योजना का निरीक्षण कर रहे थे. यानी वे घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं थे. छापेमारी के दौरान एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें दावा किया गया कि बीडीओ आवास से शराब बरामद हुई है. इस वीडियो को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गयीं, लेकिन डुमरिया थानाध्यक्ष दिनेश कुमार ने स्पष्ट किया कि ऐसी कोई वस्तु मौके से नहीं मिली. उन्होंने यह भी कहा कि वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं हो पायी है, लेकिन देखने से प्रतीत होता है कि इसका उद्देश्य भ्रम फैलाना हो सकता है. बीडीओ ने बताया छवि खराब करने की कोशिश बीडीओ राजू कुमार ने इस पूरी घटना को एक सुनियोजित साजिश करार दिया. उन्होंने कहा, “यह मेरी छवि खराब करने का प्रयास है. मैं पूरी तरह एक सरकारी कार्यक्रम में व्यस्त था, और मंत्री के साथ प्रोटोकॉल में शामिल था.” पुलिस की कार्रवाई और भविष्य की रणनीति थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और गलत सूचना फैलाने वालों की पहचान की जायेगी. पुलिस वायरल वीडियो की तकनीकी जांच कर सकती है, ताकि इसके स्रोत का पता लगाया जा सके.
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