बोधगया. मगध विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग की सहायक प्राध्यापिका डॉ विनीता कुमारी ने झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय, रांची द्वारा आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में नेविगेटिंग सस्टेनेबल फाइनेंस रिसर्च- ए लिटरेचर रिव्यू शीर्षक से अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया. उन्होंने कहा कि सस्टेनेबल फाइनेंस वित्तीय निर्णय लेने में सस्टेनेबिलिटी को एकीकृत करके जलवायु परिवर्तन और असमानता जैसी वैश्विक चुनौतियों का समाधान करता है, जिसमें ग्रीन बॉन्ड, इएसजी (पर्यावरण, सामाजिक और शासन) निवेश और कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी जैसे साधनों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है. यह प्रयास वित्तीय संस्थानों और बाजारों को सस्टेनेबल विकास लक्ष्यों के साथ संरेखित करने के लिए नया रूप देते हैं. उन्होंने 1992 और 2024 के बीच प्रकाशित सस्टेनेबल फाइनेंस पर 90 विद्वानों के लेखों की जांच करने के लिए एक व्यवस्थित साहित्य समीक्षा (एसएलआर) के साथ एल्मेट्रिक और बिब्लियोमेट्रिक विश्लेषण का उपयोग करते हुए एक व्यापक दृष्टिकोण का उपयोग किया, जो डाइमेंशन डेटाबेस से प्राप्त किया गया था.
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