गया जी. जिला पदाधिकारी शशांक शुभंकर ने मंगलवार की सुबह करीब 10:30 बजे नगर प्रखंड मुख्यालय (चंदौती) का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान कार्यालय में कई अधिकारी और कर्मचारी अनुपस्थित पाये गये, जिससे प्रशासनिक व्यवस्था की पोल खुल गयी. मौके पर केवल प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) राकेश कुमार उपस्थित मिले, जिनसे डीएम ने कार्यों की जानकारी ली. डीएम ने अनुपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा है और अगले आदेश तक उनका वेतन रोकने का निर्देश भी जारी कर दिया है. निरीक्षण के दौरान डीएम ने प्रखंड कार्यालय में आये आवेदकों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनीं. अधिकतर शिकायतें राजस्व कर्मचारियों और हलका कर्मियों की अनुपलब्धता को लेकर थीं. आवेदकों ने बताया कि न तो ये कर्मचारी कार्यालय में मिलते हैं और न ही कॉल रिसीव करते हैं.
राजस्व कर्मचारियों को रोस्टर के अनुसार कार्यालय में रहने का आदेश
डीएम ने अंचलाधिकारी को निर्देश दिया कि सभी राजस्व कर्मचारी रोस्टर के अनुसार हलका और अंचल कार्यालय में उपस्थित रहें तथा रोस्टर को नोटिस बोर्ड पर प्रदर्शित किया जाये, ताकि आम लोगों को जानकारी आसानी से मिल सके.आरटीपीएस कार्यालय का निरीक्षण और सुझाव
इसके बाद डीएम ने आरटीपीएस काउंटर का भी निरीक्षण किया और वहां आये आवेदकों से संवाद किया. उन्होंने आवेदन भरने एवं प्राप्त करने की प्रक्रिया को स्पष्ट करने हेतु बाहर नोटिस चिपकाने का निर्देश दिया. लंबित आवेदनों के निष्पादन पर भी पूछताछ की गयी.कई कार्यालयों में पदाधिकारी मिले अनुपस्थित
डीएम ने बाल विकास परियोजना कार्यालय, कृषि कार्यालय, सांख्यिकी कार्यालय और अन्य विभागों का भी निरीक्षण किया. निरीक्षण में प्रखंड कृषि पदाधिकारी, सांख्यिकी पदाधिकारी, मनरेगा पदाधिकारी, कनीय अभियंता समेत कई पदाधिकारी और कर्मचारी अनुपस्थित पाये गये.समय पर कार्यालय नहीं आने पर होगी कार्रवाई
डीएम ने स्पष्ट किया कि अब समय पर कार्यालय नहीं पहुंचने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर कठोर कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने यह भी कहा कि आम जनता की समस्याओं का समाधान समय-सीमा के भीतर होना चाहिए और योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक शीघ्रता से पहुंचे. बीडीओ राकेश कुमार को उन्होंने निर्देशित किया कि सभी योजनाओं की निगरानी सुनिश्चित करें.गायब मिले ये अधिकारी और कर्मचारी
निरीक्षण के दौरान अंचलाधिकारी ऋषिकेश कुमार, सभी राजस्व कर्मचारी, प्रधान लिपिक समेत दर्जनों कर्मी अनुपस्थित थे. इनमें लिपिक रीता कुमारी, श्याम दास, अशोक कुमार सिंह, शिवशंकर दास, मंजीत कुमार, उर्दू अनुवादक मोहम्मद रामदास अहमद, अमीन रानू गुप्ता, सौरव कुमार, श्वेता कुमारी, नवीन कुमार, प्रणव अली और दो कार्यालय परिचारी भी शामिल हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है