गया जी़ सामाजिक समर्पण और निस्वार्थ सेवा की भावना को पोषित करने वाली पहल आर्ट ऑफ गिविंग की वर्षगांठ के अवसर पर किलकारी बिहार बाल भवन, गया में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपनी रचनात्मकता एवं सामाजिक जागरूकता का परिचय दिया. कार्यक्रम की शुरुआत चित्रकला और लेखन प्रतियोगिता से हुई, जिसमें बच्चों ने “देन की भावना” और “सकारात्मक समाज निर्माण” जैसे विषयों पर अपनी कल्पनाओं को रंगों और शब्दों में पिरोया. चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हर्ष रंजन सोनी, द्वितीय स्थान निशु प्रिया, तृतीय स्थान आदित्य राज. लेखन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान खुशी परवीन, द्वितीय स्थान मदीहा, तृतीय स्थान लकी सागर को मिला. प्रतियोगिता में विजेता बच्चों को मेडल और पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया, वहीं अन्य प्रतिभागियों को प्रोत्साहन स्वरूप पेन वितरित किये गये. इस अवसर पर बच्चों द्वारा किलकारी परिसर में पौधारोपण भी किया गया, जिससे पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया गया. आर्ट ऑफ गिविंग के बिहार को-ऑर्डिनेटर डॉ अमित कुमार ने कहा, “डॉ. अच्युत सामंत द्वारा शुरू की गई ‘आर्ट ऑफ गिविंग’ एक सुंदर सामाजिक विचारधारा है, जो सभी को निस्वार्थ सेवा के लिए प्रेरित करती है. किसी जरूरतमंद को सही समय पर की गयी मदद सबसे बड़ा दान होती है. गया कॉलेज के कंप्यूटर विभाग के प्रोफेसर डॉ मुकेश तिवारी ने बच्चों को शुभकामनाएं दीं और उनकी प्रतिभा की सराहना की. वहीं किलकारी बाल भवन के प्रमंडलीय कार्यक्रम समन्वयक राजीव रंजन श्रीवास्तव ने बच्चों से संवाद करते हुए कहा, हम सबको चाहिए कि हम एक सकारात्मक सोच और निस्वार्थ भावना के साथ एक बेहतर समाज के निर्माण में योगदान दें.
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