सीयूएसबी में लैंगिक संवेदनशीलता कार्यक्रम के माध्यम से किया गया जागरूक
फोटो- गया बोधगया 212- जागरूकता कार्यक्रम में मौजूद प्राध्यापक व स्टूडेंट्स
वरीय संवाददाता, बोधगया.
सीयूएसबी के जेंडर सेंसिटाइजेशन कमेटी की ओर से स्कूल ऑफ लॉ एंड गवर्नेंस (एसएलजी) में नवनामांकित कानून के विद्यार्थियों के लिए एक विशेष लैंगिक जागरूकता व संवेदनशीलता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कुलपति प्रो कामेश्वर नाथ सिंह के संरक्षण में एसएलजी के डीन व अध्यक्ष प्रो अशोक कुमार के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को लैंगिक समानता, अधिकारों और संबंधित मुद्दों के प्रति जागरूक करना था. पीआरओ मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि कार्यक्रम का समन्वय जेंडर सेंसिटाइजेशन कमेटी की फैकल्टी कॉर्डिनेटर डॉ कुमारी नीतू ने किया. कार्यक्रम के औपचारिक शुभारंभ के पश्चात डीन प्रो अशोक कुमार ने नये विद्यार्थियों का विश्वविद्यालय में स्वागत करते हुए कहा कि लैंगिक समानता केवल कानूनी प्रावधानों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे सामाजिक जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है. विद्यार्थियों को चाहिए कि वे अपने अधिकारों के प्रति सजग रहें व समाज में लैंगिक भेदभाव को समाप्त करने में सक्रिय भूमिका निभाएं. विद्यार्थियों ने भी रखे अपने विचारफैकल्टी कॉर्डिनेटर डॉ कुमारी नीतू ने विषय पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि लैंगिक संवेदनशीलता का अर्थ है व्यक्ति के प्रति उसके लिंग के आधार पर किसी भी प्रकार का भेदभाव न करना तथा समान अवसर प्रदान करना. हमें शिक्षा, कार्यस्थल और सामाजिक परिवेश में लैंगिक समानता को सुनिश्चित करना होगा. कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये और यह संकल्प लिया कि वे विश्वविद्यालय परिसर को एक लैंगिक रूप से संवेदनशील एवं सुरक्षित वातावरण बनाने में सहयोग करेंगे. अंत में समिति की ओर से विद्यार्थियों को संबंधित कानूनों, विश्वविद्यालय की नीतियों तथा शिकायत निवारण प्रक्रियाओं की जानकारी भी दी गयी.
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