गया.
गया कॉलेज के मुंशी प्रेमचंद सभागार में आदि शंकराचार्य व्याख्यान माला का आयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा किया गया. उद्घाटन कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो सतीश सिंह चंद्र, मगध औधोगिक संघ के अध्यक्ष अनूप कुमार केडिया बोधगया मठ के स्वामी विवेकानंद गिरी, डॉ आनंद वर्धन (अध्यक्ष भारतीय संग्रहालय संघ सह उप संकाय अध्यक्ष शैक्षणिक डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय दिल्ली) के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया. प्रो सतीश सिंह चंद्र ने कहा कि आदि शंकराचार्य भारतीय ज्ञान परंपरा के प्रमुख स्तंभों में से एक हैं. उन्होंने अद्वैत वेदांत दर्शन को स्थापित और प्रचारित किया जो भारतीय दार्शनिक परंपरा में एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण से संबंध है. भारतीय ज्ञान परंपरा केवल धार्मिक या आध्यात्मिक नहीं रही बल्कि इसमें तर्क विवेचन प्रयोग और प्रमाण की वैज्ञानिक प्रवृत्तियां भी शामिल हैं. आदि शंकराचार्य ने अपने अद्वैत वेदांत में तर्क और युक्ति के आधार पर विचार किया और सत्य की खोज को महत्व दिया. मुख्य वक्ता डॉ आनंदवर्धन ने कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा के उन तत्वों से अवगत कराया जिससे हम अनभिज्ञ थे उन्होंने विस्तृत रूप से भारतीय ज्ञान परंपरा में निहित वैज्ञानिकता उसके महत्व को उजागर किया. साथ ही भारतीय ज्ञान का पक्ष विद्वानों द्वारा उसके महत्व को नकारने की साजिश का भी उल्लेख किया. महंत स्वामी विवेकानंद गिरी ने कहा कि विवेक भारतीय ज्ञान परंपरा का एक वैज्ञानिक अनुशीलन है. हम किस प्रकार से बंधन मुक्त हो सके हम सब एक हैं इस चीज को मन में रखना होगा. विश्वविद्यालय में धर्म अध्ययन का एक क्लास होना जरूरी है. आपके विश्वविद्यालय की स्थापना में बोधगया महंत द्वारा भू दान किया गया है. अनूप कुमार केडिया ने कहा कि आज का यह व्याख्यान माला वाकई में समझ में एक प्रेरणा लेगा. मंच का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ प्रियंका राय ने किया धन्यवाद ज्ञापन हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ राम उदय सिंह ने दिया. मौके पर कॉलेज डॉ पंकज कुमार भारती, डॉ मारकंडे पांडे, डॉ धर्मेंद्र कुमार, डॉ अमित कुमार, डॉ राशीद नईम, डॉ धनंजय धीरज, डॉ संजय कुमार तिवारी, डॉ श्रुति प्रिया, डॉ उदय प्रताप , डॉ रामदेव प्रसाद, डॉ सोनू अन्नपूर्णा, डॉ मिनहाज, डॉ आनंद, अमरजीत कुमार, कुमार शेखर सिंह, सूरज, डॉ रवि सिंह, मैक्स अवस्थी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मनीष प्रताप सिंह, महासचिव संतोष कुमार सिंह, भूपेंद्र सिंह सहित अन्य थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है