उर्वरक निगरानी समिति की बैठक में पहुंचे विधानसभाध्यक्ष ने दिये दिशा-निर्देश
निर्धारित मूल्य पर ही किसानों को उर्वरक उपलब्ध कराने का फरमान
मुख्य संवाददाता, गया जी. समाहरणालय के सभाकक्ष में गुरुवार को आयोजित जिलास्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक में बिहार विधानसभाध्यक्ष डॉ प्रेम कुमार पहुंचे और स्थानीय स्तर पर कृषकों को उर्वरक सुगमता पूर्वक उपलब्धता के लिए उड़नदस्ता दल गठित करने का निर्देश दिया. उन्होंने प्रत्येक प्रखंड में कृषि समन्वयकों व किसान सलाहकारों को उर्वरक प्रतिष्ठानों के टैग कर किसानों को निर्धारित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. अतरी विधायक रोमित कुमार ने कहा कि चना बीज की गुणवत्ता में शिकायत प्राप्त हो रही है. इस पर जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि योजनाओं में किसानों को वितरित किये जा रहे बीज का लाॅटवार नमूना लेकर विश्लेषण कराया जा रहा है. गुणवत्ता में शिकायत प्राप्त होने पर कार्रवाई की जायेगी. वहीं, जिला परिषद उपाध्यक्ष डॉ शीतल प्रसाद यादव ने मोंथा से धान की क्षति से संबंधित जिले के कृषि वैज्ञानिकों की रिपोर्ट को किसानों के समक्ष सार्वजनिक करने की मांग की. उन्होंने मूंग के बीज के वितरण के बाद उससे पैदावार नहीं होने की बात उठायी. बाराचट्टी प्रखंड में चना के बीज के वितरण में बरती गयी अनियमितता का मामला उठाया. इस पर डीएम ने कार्रवाई का निर्देश दिया. जिला परिषद की अध्यक्ष नैनी कुमारी ने हर प्रखंडों में हो रही खाद की कालाबाजारी पर रोक लगाने की मांग की. उन्होंने प्रखंडों में धान की खरीदारी में बरती जा रही अनियमितता की जांच कर कार्रवाई करने की मांग की.
दिसंबर व जनवरी में उर्वरक रहे उपलब्ध
डीएम से सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि जिले के सभी प्रखंडों में सभी विक्रेताओं के पास उर्वरक दिसंबर व जनवरी माह में उपलब्ध रहें. इसे हर हाल में सुनिश्चित की जाये. जिला कृषि पदाधिकारी को समय-समय पर जिलास्तरीय सहायक निदेशक (रसायन), सहायक निदेशक (पौधा संरक्षण), अनुमंडल कृषि पदाधिकारी के माध्यम से सभी थोक उर्वरक विक्रेताओं के स्टाॅक का सत्यापन नियमित रूप से करने का निर्देश दिया. किसानों के लिए उर्वरक से संबंधित शिकायतों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाये. कृषकों को उर्वरक उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पटना मुख्यालय को पत्र के माध्यम से निर्धारित आवंटन की ससमय पूर्ति के लिए कार्रवाई का निर्देश दिया. बिहार विधानसभा अध्यक्ष डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि उर्वरक की किसी भी प्रकार की समस्या नहीं हो. इसके लिए कृषि मंत्री से आवश्यकतानुसार वार्ता करके लक्ष्य के अनुरूप उर्वरक की मांग कर पूर्ति की जायेगी. किसान को किसी भी प्रकार की समस्या होने की स्थिति में किसान हेल्पलाइन नंबर 1551 पर काॅल कर सुझाव दें.अबतक 389 खाद दुकानों का निरीक्षण, 16 का लाइसेंस रद्द
कृषि अधिकारियों ने बताया कि अबतक 389 खाद दुकानों का औचक निरीक्षण किया गया है. उर्वरक के वितरण में अनियमितता के आरोप में दो दुकानों पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. 16 खाद दुकानों का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है. जिले में उर्वरक उपलब्ध नहीं कराने वाली उर्वरक कंपनी मेसर्स ब्रह्मपुत्र फर्टिलाइजर्स केमिकल लिमिटेड के विरुद्ध कार्रवाई के लिए अनुशंसा की जा रही है. किसान उर्वरक की उपलब्धता व अन्य प्रकार की शिकायतों के लिए निम्न नंबरों पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. सहायक निदेशक (शष्य), प्रक्षेत्र मोबाइल फोन नंबर 9470803717, सहायक निदेशक (शष्य), बीज विश्लेषण प्रयोगशाला, मोबाइल फोन नंबर 9117184060, सहायक निदेशक (शष्य), जिला कृषि विपणन पदाधिकारी- विशेष पदाधिकारी, मोबाइल फोन नंबर 9162624811 पर शिकायत कर सकते हैं.
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