बाहर में महंगा खाना खरीदने से बच सकेंगे मरीज के परिजन
अस्पताल प्रशासन ने जीविका को दिया किचन शुरू करने का निर्देश
वरीय संवाददाता, गया जी. मगध मेडिकल में हर समय करीब 800 मरीज व इससे तीन गुना की संख्या में परिजन रहते हैं. इनमें कई ऐसे मरीज भी होते हैं, जिन्हें इलाज व भोजन यहां मुफ्त में मिल जाता है. लेकिन, उनके साथ रहने वाले परिजन भोजन के तरस जाते हैं. बाहर में खाना खाने पर 70 से 80 रुपये देना होता है. ऐसे में कई बार लोग पानी पीकर ही सो जाते हैं. ऐसे परिजनों को जल्द सस्ती दर पर भोजन उपलब्ध होगा. यहां जल्द ही 20 रुपये में भोजन उपलब्ध कराने का इंतजाम अस्पताल प्रशासन की ओर से किया जा रहा है. इसके लिए ओपीडी एरिया में जगह दे दी गयी है. जीविका को तीन माह पहले ही अस्पताल प्रशासन ने आदेश दिया था. जीविका की रसोई शुरू होने से गरीबों को कम पैसे में खाना मिलने लगेगा. अस्पताल प्रशासन जीविका से हर वक्त जानकारी ले रहा है. अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, आर्थो ओपीडी की बगल में पहले से चलने वाले किचन को मरम्मत कर ठीक कर दिया गया है. यहां पर ही रेस्टोरेंट को चालू किया जायेगा.किसी को अब भूखा सोना नहीं पड़ेगा
20 रुपये में मरीज के परिजनों व आम लोगों को खाना देने का आदेश तीन माह पहले ही दे दिया गया है. जीविका को किचन जल्द शुरू करने के लिए पत्र दिया गया है. रेस्टोरेंट के शुरू होते ही किसी को भूखा नहीं सोना पड़ेगा. इतने पैसे में कोई भी खरीद कर खाना खा सकता है.
डॉ केके सिन्हा, अधीक्षक, मगध मेडिकल अस्पताल,
फोटो- गया- 05डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

