मानपुर. जिले के विभिन्न चयनित प्रखंडों में कृषि विज्ञान केंद्र, मानपुर और कृषि विभाग के संयुक्त तत्वावधान में विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत किसानों को जागरूक करने के लिए चौपाल और कार्यशालाओं का आयोजन किया गया. इस अभियान में किसानों को उन्नत खेती, कम लागत में अधिक मुनाफा और मोटे अनाज के उत्पादन से संबंधित आधुनिक तकनीकों की जानकारी दी जा रही है. इस कड़ी में मानपुर, टनकुप्पा और फतेहपुर प्रखंड की कई पंचायतों आरोपुर, टनकुप्पा, उत्तरीबारा, सलैया कला, चारोखरी, लखनपुर, कईया और शादीपुर में जागरूकता कार्यशालाएं आयोजित की गयीं. कार्यशालाओं में किसानों को जैविक खेती, मिट्टी परीक्षण, खरीफ फसल (विशेषकर धान) की सीधी बुआई, बागवानी, यांत्रिक खेती और मोटे अनाज के उत्पादन से होने वाले लाभों की विस्तार से जानकारी दी गयी. वैज्ञानिकों ने बताया कि पारंपरिक तरीके से धान की खेती में पानी की अत्यधिक खपत होती है, जिससे भू-जल स्तर तेजी से गिर रहा है. धान की सीधी बुआई और मोटे अनाज जैसे मक्का, कोदो, बाजरा आदि की खेती से जल की बचत होती है और किसानों को लाभ भी अधिक होता है. इस अभियान में कृषि विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों की टीम ने भाग लिया, जिनमें इंजीनियर मनोज कुमार राय, डॉ रश्मि प्रियदर्शनी, डॉ अशोक कुमार, डॉ मोनिका पटेल, आइसीएआर-आरसीईआर, पटना से डॉ प्रदीप रे, डॉ अनिल कुमार, डॉ. फरहान खातून, डॉ राजेश कुमार सहित कई अन्य कृषि वैज्ञानिक शामिल थे.
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