पितृपक्ष मेले व शहर की बेहतरी के लिए बोर्ड की बैठक में लिये गये कई निर्णय
पितृपक्ष मेला के दौरान प्रयागराज के महाकुंभ के तर्ज पर होगी व्यवस्था
पार्षदों ने निगम कर्मचारी व अधिकारियों के काम पर जतायी नाराजगी
फोटो- गया- 02- बोर्ड की बैठक में मौजूद मेयर, डिप्टी मेयर, नगर आयुक्त व अन्य वरीय संवाददाता, गया जी. प्रयागराज के महाकुंभ मेले के तर्ज पर पितृपक्ष में फल्गु नदी की साफ-सफाई का काम किया जायेगा. यह बातें बोर्ड की बैठक में मेयर वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान की अनुमति से सशक्त स्थायी समिति सदस्य डॉ अखौरी ओंकरनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव ने कहीं. उन्होंने कहा कि पितृपक्ष में पिंडदानी फल्गु के पवित्र जल से तर्पण करते हैं. इससे पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है. ऐसे में नदी को साफ-सुथरा रखना नगर निगम कर्तव्य बनता है. पिंडदान के बाद लोग पिंड को फल्गु नदी प्रवाहित करते हैं. उसे साफ करने के लिए बोट का सहरा लिया जायेगा. बोट से नदी की सफाई सुबह से लेकर शाम तक होती रहेगी. मेला क्षेत्र में साफ-सफाई का काम आउटसोर्सिंग के तहत किया जायेगा. मेले के दौरान स्वच्छता, पेयजल, साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था को प्राथमिकता दी जायेगी. तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए मेला क्षेत्र में अस्थायी शौचालय, साफ पानी को लेकर वाटर मशीन की व्यवस्था, रोशनी के लिए लाइट, मोबाइल चार्ज के लिए प्वाइंट और मेला क्षेत्र को तिरंगा और रोप लाइट से सजाया जायेगा. सफाई व्यवस्था को चौक-चौराहों से लेकर सभी पिंडवेदी व सरोवरों तक मजबूत किया जायेगा. रोशनी व्यवस्था को बेहतर बनाने का काम किया जायेगा. उन्होंने कहा कि पितृपक्ष मेला गया जी की पहचान है. हर वर्ष लाखों की संख्या में तीर्थयात्री यहां देश-विदेश से आते हैं. उनकी सुविधा और सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है. पितृपक्ष मेले को हाइटेक बनाने पर मुहर लगा दी. बैठक में डिप्टी मेयर चिंता देवी, नगर आयुक्त कुमार अनुराग आदि मौजूद थे.
इंजीनियर की संख्या बढ़ी, तो काम की रफ्तार घटी
मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि नगर निगम में पहले कुछ ही इंजीनियर काम को गति अच्छी देकर कर रहे थे. लेकिन, जब से इंजीनियर की संख्या बढ़ी है, तब से काम की रफ्तार धीमी हो गयी है. कार्य को देखकर ऐसा नहीं लगता है कि यहां पर इतनी संख्या में इंजीनियर भी काम करते हैं. कोई ग्राउंड पर जाना ही नहीं चाहता है. उन्होंने कहा कि इंजीनियर की हालत यह है कि लाइट एस्टिमेट में प्रावधान किया, परंतु केबल नहीं दिया है. टंकी बनायी, पर पूरा पाइप नहीं प्रावधान किया है. रोड-नाली का एस्टिमेट में प्रावधान किया, परंतु जब टेंडर हुआ, तो रोड ही गायब हो गया. इस हालत में शहर को बेहतर करना मुश्किल है.
250 ठेलाें व 60 टेंपो की होगी खरीद
वार्डों के अंदर कचरा कलेक्शन कर गंदगी हटाने के लिए सामान खरीद का फैसला बोर्ड में लिया गया है. बैठक का संचालन कर रहे मोहन श्रीवास्तव ने बताया कि वार्डों में सफाई के लिए 250 ठेलों व 60 टेंपो की खरीद का सर्वसम्मति से फैसला लिया गया है. इसकी खरीद बहुत जल्द होगी. पहले से वार्ड में खराब पड़े ठेलाें व टेंपो को भी ठीक करने का निर्देश दिया गया है.
केपी रोड को घोषित कर दें फुटपाथी दुकानदार का एरिया
पार्षद नैयर अहमद ने कहा कि करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी केपी रोड की स्थिति में कोई सुधार नहीं आयी है. डिवाइडर बनाने के बाद चार लेन पर फुटपाथी दुकान लगने लगे हैं. यह अच्छा होगा कि इस एरिया को फुटपाथी दुकानदार का एरिया घोषित कर दिया जाये. पार्षद ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि निगम अब तक अतिक्रमण हटाने में हर जगह विफल दिख रहा है. पार्षद सारिका वर्मा ने कहा कि दिग्घी तालाब रोड में फुटपाथी पर ही पुरानी बाइक बेचने की दुकान लगती है. आश्चर्य की बात है कि इस दुकान को हटाने में निगम सिर्फ खानापूर्ति ही करता है.
शहर मेंनहीं हो रही शौचालयों की सफाई
शहर में बने शौचालय की सफाई के नाम पर सिर्फ पैसा लिया जा रहा है, पर शौचालय की सफाई नहीं होती है. यह बातें वार्ड 33 के पार्षद ओमप्रकाश सिंह ने कहीं. उन्होंने कहा कि एग्रीमेंट के वक्त एक शौचालय पर एक आदमी रखने की बात कही गयी थी. लेकिन, 16 शौचालयों पर एक आदमी रखा गया है. पार्षद राजेश प्रसाद यादव उर्फ लाल बाबू ने कहा कि यह सच है कि शहर के शौचालयों की सफाई के नाम पर कुछ नहीं किया जा रहा है. गंदा रहता है हर जगह का शौचालय. इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. इधर, वार्ड 42 के पार्षद राजीव कुमार सिन्हा ने कहा कि पितृपक्ष मेले से पहले उनके वार्ड स्थित तालाबों में हाइमास्ट लाइट लगायी जाये.
इन्होंने भी रखीं अपनी बातें
पार्षद ओमप्रकाश सिंह ने शहर की मुख्य सड़क के किनारे से मांस-मछली की दुकान को अन्यत्र जगह पर शिफ्ट करने की बात कही. पार्षद अनुपमा देवी ने कहा कि उनके वार्ड में लाइट, पानी व सड़क सभी की हालत खराब है. कोई इस बारे में सुनता ही नहीं है. पार्षद संजय सिन्हा ने ब्राह्मणी घाट पर शौचालय व पानी की समुचित व्यवस्था करने की मांग की. पार्षद मुन्नी देवी ने कहा कि वार्ड में कचरा उठाव ठेला खराब है. उन्होंने कहा कि स्वच्छता पदाधिकारी को 20 दिनों से शिकायत कर रहे हैं, फिर भी उसे ठीक नहीं किया जा रहा है. पार्षद अशोक कुमार ने कहा कि हाजिरी स्टोर में लगने से मजदूरों को वार्ड पहुंचने में दिक्कत होती है. नगर आयुक्त कुमार अनुराग ने कहा कि हाजिरी लगाने के लिए मशीन की संख्या जल्द बढ़ा दी जायेगी. इसके बाद दिक्कत नहीं आयेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

