गया. सीयूएसबी सिर्फ डिग्री बांटने का माध्यम नहीं है बल्कि यह जीवन दृष्टि का स्रोत है. विश्वविद्यालय में पठन-पाठन का उद्देश्य छात्रों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनइपी) 2020 के अनुरूप कौशल विकसित करते हुए जीवन दृष्टि प्रदान करना है. कैंपस फॉर कम्युनिटी हमारा ध्येय है और हमें युवाओं को ऐसी शिक्षा प्रदान करना है जिससे वे समाज और देश के निर्माण में अपना योगदान दे सकें. मगध क्षेत्र की आवश्यकताओं को देखते हुए 2023 में बीएससी एग्रीकल्चर पाठ्यक्रम की शुरुआत की गयी. छात्रों को उन्नत खेतीबाड़ी के साथ-साथ गौपालन, बकरीपालन, मुर्गीपालन, मधुमक्खीपालन, मशरूम फार्मिंग आदि का व्यावहारिक प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. उक्त बातें सीयूएसबी के कुलपति प्रो कामेश्वर नाथ सिंह ने चतुर्थ दीक्षांत समारोह के उपलक्ष्य में आयोजित प्रेस काॅन्फ्रेंस में मंगलवार को मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कही. प्रेस वार्ता में कुलपति के साथ पीआरओ मोहम्मद मुदस्सीर आलम, मीडिया विभाग के अध्यक्ष प्रो के शिव शंकर व अन्य प्राध्यापक डॉ सुजीत कुमार तथा डॉ अनिंद्य देब और शशि रंजन मौजूद थे. कुलपति ने बताया कि गुरुवार को सीयूएसबी का चौथा दीक्षांत समारोह होगा, जिसमें में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद होंगे. विशिष्ट अतिथि के रूप में मंत्री डॉ प्रेम कुमार शामिल होंगे व सीयूएसबी के कुलाधिपति डॉ चंदेश्वर प्रसाद ठाकुर अध्यक्षता करेंगे. दीक्षांत समारोह में टॉपर्स को डिग्री के साथ मेडल दिये जायेंगे, जिनमें चांसलर गोल्ड मेडल, स्कूल गोल्ड मेडल, डिपार्टमेंट गोल्ड मेडल आदि शामिल हैं. वहीं, 2021 और 2022 में अंडरग्रेजुएट (यूजी) एवं पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) व पीएचडी में उत्तीर्ण कुल 1346 विद्यार्थियों को डिग्री प्रमाणपत्र प्रदान किया जायेगा. कुलपति ने 55 छात्रों को 80 गोल्ड मेडल दिये जायेंगे, जिसमें 38 छात्राओं के बीच 59 गोल्ड मेडल व 17 छात्रों के बीच 21 गोल्ड मेडल दिये जायेंगे.
जल्द ही साइबर सिक्यूरिटी व एलएलएम की शुरू होगी पढ़ाई
कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय के लिए गत वर्ष उपलब्धियों भरा रहा. 2023 में विश्वविद्यालय को 3.58 स्कोर के साथ नैक से ””ए”” प्लस प्लस ग्रेड प्राप्त हुआ और 2024 में यूजीसी ने कैटेगरी-वन (1) यूनिवर्सिटी का दर्जा दिया. 2023 में बीएससी एग्रीकल्चर, एमएससी डेटा साइंस एवं एमएससी आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस पाठ्यक्रमों को शुरुआत की. वहीं, 2024 बीबीए एलएलबी पाठ्यक्रम के साथ – साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनइपी) 2020 के अनुरूप 13 विषयों में इंटीग्रेटेड यूजी-पीजी पाठ्यक्रम शुरू किये गये हैं. इस अकादमिक सत्र से विश्वविद्यालय लाइब्रेरी एंड इनफार्मेशन के साथ इंटीग्रेटेड यूजी-पीजी जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन, जियोलॉजी, लाइफ साइंस, कंप्यूटर साइंस और डिप्लोमा इन फार्मेसी पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा है. भविष्य की योजनाओं में डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से कुछ पाठ्यक्रमों के साथ बीफार्मा, एमएससी साइबर सिक्योरिटी तथा प्रोफेशनल्स के लिए एलएलएम पाठ्यक्रम आदि शामिल हैं. कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में 10 बेड वाला प्राथमिक चिकित्सा केंद्र बन कर तैयार है, जिसका उद्घाटन गुरुवार को राज्यपाल द्वारा किया जायेगा.
पारंपरिक वेशभूषा में दिखेंगे छात्र-छात्राएं
दीक्षांत समारोह के ड्रेस कोड (वेशभूषा) के बारे में कुलपति ने बताया कि लड़कियों के लिए ड्रेस कोड ऑफ व्हाइट/क्रीम/लाइट येलो रंग की साड़ी गोल्डन/मैरून/रेड बॉर्डर के साथ और हाफ थ्री-क्वार्टर स्लीव मैचिंग ब्लाउज है. वहीं, लड़कों के लिए ड्रेस कोड सफेद कुर्ता (पूरी आस्तीन वाला) सफेद पायजामा/धोती (घुटने तक की लंबाई) के साथ. सफेद मोजे या सैंडल के साथ औपचारिक जूते हैं. किसी भी तरह के कैज़ुअल जूते पहनने से सख्त मना किया गया है. विद्यार्थियों को इसके साथ- साथ पगड़ी और पटका भी पहनना होगा. कुलपति ने कहा कि सीयूएसबी परिसर में आयोजित होने वाले इस भव्य आयोजन को लेकर विश्वविद्यालय परिवार में हर्ष व उल्लास का माहौल है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

