टिकारी. टिकारी थाना क्षेत्र के लाव गांव के रहनेवाले अवधेश मिश्रा के इकलौते बेटे सीआरपीएफ जवान आशुतोष कुमार मिश्रा की मौत की सूचना आते ही गांव का माहौल गमगीन हो गया. मंत्री सह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिलीप जायसवाल की सुरक्षा में तैनात आशुतोष के द्वारा खुद की पिस्टल से गोली मार कर आत्महत्या की सूचना सुन हर कोई स्तब्ध था. उनके घर के पास आसपास के गांवों व परिजनों का हुजूम उमड़ पड़ा. शुरू में आशुतोष के घर में मौजूद बीमार माता-पिता को यह खबर देने की हिम्मत कोई नहीं जुटा पा रहा था. बाद में सभी रिश्तेदारों के आ जाने के बाद यह जानकारी दी गयी. इधर टिकारी बाजार में जिसने भी घटना के बारे में सुना, किसी न किसी माध्यम से लाव पहुंचा. मौके पर मौजूद लाव पंचायत के मुखिया आशुतोष मिश्र उदास मन से लोगों का फोन रिसीव कर रहे थे. मुखिया बताते हैं कि आशुतोश के पिता अवधेश मिश्रा लकवा रोग से ग्रसित हैं. आशुतोष ने 2001 में सीआरपीएफ के जवान के रूप में नौकरी ज्वाइन की. बचपन से होनहार विद्यार्थी थे. सीआरपीएफ में ज्वाइन करने के बाद कुछ दिनों के लिए (विशेष पैकेज) पर केंद्र सरकार के द्वारा उन्हें सूडान भी भेजा गया था. वहां भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके थे. इसके बाद भारत में कई स्थानों पर तैनाती हुई और फिलहाल डॉ दिलीप जायसवाल की सुरक्षा में तैनात थे. मुखिया ने बताया कि वह करीब तीन माह पहले अपने गांव लाव आये थे. आशुतोष के सीआरपीएफ ज्वाइन करने के बाद घर और परिवार की माली हालत ठीक हुई.
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