तीन लोगों पर नामजद केस दर्ज
मुख्य संवाददाता, गया जीजिला शिक्षा कार्यालय (डीइओ) में पोस्टेड दैनिक वेतनभोगी क्लर्क विकास कुमार की हत्या करने का मामला प्रकाश में आया है. वह कोतवाली थाना क्षेत्र के पंचायती अखाड़ा-बड़ी बाग-ताज कॉलोनी का रहनेवाला था. उसका शव शुक्रवार को रेलवे लाइन किनारे फेंका हुआ था. इस घटना को लेकर क्लर्क के छोटे भाई विशाल कुमार ने बताया कि उनके भाई 2013 से डीइओ कार्यालय में कामकाज करते थे. 13 नवंबर यानी गुरुवार को तबीयत ठीक नहीं होने के कारण वह ड्यूटी पर नहीं गये थे. गुरुवार की शाम करीब पांच बजे अपने घर से यूं ही निकले थे. इसके बाद वह घर नहीं लौटे. देर रात तक घर नहीं लौटने पर उनकी पत्नी गुड़िया देवी व उनके चारों बच्चों को चिंता होने लगी. इधर-उधर, काफी खोजबीन किया गया. लेकिन, उनका सुराग नहीं मिला. शुक्रवार की सुबह दूध बेचनेवाले ने उनके अंकल को बताया कि पहसी रेलवे लाइन किनारे एक व्यक्ति का शव पड़ा है. उसकी सूचना पर तुरंत वहां गये, तो देखा कि रेल थाने की पुलिस आयी हुई है और शव के बारे में आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है. उन्होंने शव की पहचान की तो कोतवाली थाने की पुलिस वहां आयी और छानबीन शुरू किया. घटनास्थल पर शव को देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा था कि उनके भाई के सिर पर चोट के निशान, दाहिने कान से खून व दाहिना पैर टूटा हुआ था. शव की स्थिति देख कर ऐसा लग रहा था कि उनकी हत्या कर शव को वहां फेंक दिया गया है. वहीं, कोतवाली थाने की पुलिस ने शव को मगध मेडिकल कॉलेज भेज कर पोस्टमार्टम कराया और परिजनों को सौंप दिया.
तीन लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज
इधर, घटनास्थल पर छानबीन करने पहुंची कोतवाली थाने के दारोगा ने पीड़ित विशाल कुमार के बयान पर पहसी लेन मुहल्ले के रहनेवाले मनोज पासवान व भोला मांझी और बंगला स्थान मुहल्ले के रहनेवाले ज्योति पासवान पर हत्या का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज किया और मामले की छानबीन में जुट गयी. इधर, कोतवाली थानाध्यक्ष धनंजय कुमार सिंह ने बताया कि पीड़ित परिजन के बयान पर शंका के आधार पर तीन लोगों पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. शव का पोस्टमार्टम कराया गया है. कई बिंदुओं पर छानबीन की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद भी कई तरह की बातों की जानकारी मिलेगी.
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