खिजरसराय (गया). गया जिले के खिजरसराय थाने के पचमहला घाट के पास फल्गु नदी में मंगलवार की दोपहर करीब ढाई बजे एक नाव पलटने से करीब दो दर्जन से अधिक लोग डूब गये. इनमें आठ की मौत हो गयी, जबकि 10-12 लोगों ने तैर कर अपनी जान बचायी. अब भी चार लोग लापता हैं. मौके पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम लापता लोगों की तलाश में जुटी है. राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा दिया है.
पचमहला घाट गया-जहानाबाद जिलों की सीमा पर स्थित है और नाव जहानाबाद जिले के सुल्तानपुर (मखदुमपुर) घाट से चली थी. नाव पर सवार लोग खिजरसराय बाजार में दशहरे का मेला घूमने जा रहे थे. घटना की सूचना मिलते ही गया और जहानाबाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. घटनास्थल पर जहानाबाद के एएसपी संजय कुमार, नीमचक बथानी (गया) के एसडीओ राधेकांत व डीएसपी विद्यासागर पहुंचे और मामले की छानबीन की.
जानकारी के अनुसार, खिजरसराय बाजार में दशहरे का मेला घूमने के लिए जहानाबाद जिले के सुल्तानपुर घाट (मखदुमपुर) के पास से बड़ी संख्या में लोग नाव पर सवार हुए. इनमें अधिकतर लोग गया जिले के बेलागंज थाना क्षेत्र के रहनेवाले थे. फल्गु के तट पर बसे बेलागंज इलाके के लोगाें के पास खिजरसराय बाजार आने का एकमात्र साधन नाव ही है. जब नाव खिजरसराय थाने के पचमहला घाट के पास पहुंची, तो किनारे लगने से पहले वह डगमगाने लगी. इससे घबरा कर कुछ लोग नदी में कूदने लगे. इस दौरान एक तरफ झुकने के कारण नाव पलट गयी और मल्लाह (नाविक) फरार हो गया. नाव को पलटता देख आसपास के लोगों ने नदी में कूद कर लोगों को बचाना शुरू किया. उन्होंने कई लोगाें को पानी के तेज बहाव से निकाला. इस बीच घटना की सूचना प्रशासन को दी गयी. गया के डीएम कुमार रवि ने पटना मुख्यालय से संपर्क कर एसडीआरएफ के 17 तैराकों को नदी में उतारा और डूबनेवाले लोगों की तलाश शुरू की गयी. गौरतलब है कि सालों भर सूखी रहनेवाली फल्गु नदी इस बार लगातार बारिश के कारण लबालब है.