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हत्यारे बेटे के पिता बिंदी यादव का ‘राष्ट्रद्रोह’ कनेक्शन, घर में मिली थी 6 हजार गोलियां, पढ़ें

गया : बिहार के गया में शनिवार रात को हुए व्यवसायी पुत्र आदित्य सचदेवा हत्याकांड में एमएलसी का पुत्र रॉकी फरार है. पुलिस उसे तलाश रही है. एमएलसी के पति और हत्यारे के पिता बिंदी यादव के बारे में जो जानकारी मीडिया में छनकर आ रही है उसके मुताबिक बिंदी यादव पर राष्ट्रद्रोह का आरोप […]

गया : बिहार के गया में शनिवार रात को हुए व्यवसायी पुत्र आदित्य सचदेवा हत्याकांड में एमएलसी का पुत्र रॉकी फरार है. पुलिस उसे तलाश रही है. एमएलसी के पति और हत्यारे के पिता बिंदी यादव के बारे में जो जानकारी मीडिया में छनकर आ रही है उसके मुताबिक बिंदी यादव पर राष्ट्रद्रोह का आरोप भी लग चुका है. हत्या के बाद गिरफ्तार हुए बिंदी यादव के बारे में लोगों के सामने एक से एक जानकारी खुलकर सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि राष्ट्र द्रोह के आरोपी बिंदी यादव का पूरा परिवार राजनीतिक रूप से ताकतवर है और सरकारी सुरक्षा तक लेता है.

बिंदी यादव रह चुका है जिला परिषद का अध्यक्ष

जानकारी के मुताबिक बिंदी यादव गया जिले में रसूखदार राजनीति करने के लिये जाना जाता है. हत्यारे के पिता की पैठ कई राजनीतिक दलों में अंदर तक रही है. बिंदी यादव ने अपने रसूख के बल पर ही पत्नी को एमएलसी बनाया और इसी वर्ष अनुज कुमार सिंह को हराकर मनोरमा देवी एमएलसी बनी हैं. वहीं बिंदी यादव ने अपने छोटे भाई शीतल यादव को भी जिला परिषद का उपाध्यक्ष बनवाया है.

अन्य राज्यों के ट्रकों का इंट्री माफिया है बिंदी यादव

कहा यह जाता है कि बिंदी यादव ने बिहार, झारखंड और अन्य राज्यों से आने वाले ट्रकों की इंट्री माफिया के रूप में कारोबार शुरू किया. गौरतलब हो कि ऐसे ट्रकों को अवैध रूप से इंट्री के लिए इंट्री कराने वाले को राशि देनी पड़ती है. यह काम सरकारी बाबुओं की मिलीभगत से अंजाम दिया जाता है. इस काम में बिंदी यादव को लाखों की कमाई होती थी. इस दौरान बिंदी यादव के संपर्क में आस पास के गुर्गे भी हो लिये और यह धंधा आज तक जारी है.

राष्ट्रद्रोह का लग चुका है आरोप

बिंदी यादव पर राष्ट्रद्रोह के अलावा और भी कई मामले दर्ज हो चुके हैं. 2001 में पुलिस को बिंदी यादव के पास से प्रतिबंधित हथियार और 6 हजार गोलियां मिली थी.पुलिस ने इस बरामदगी के बाद बिंदी यादव पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा किया था. अपहरण, हत्या और रंगदारी के कई मामले बिंदी यादव पर दर्ज हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फरवरी 2016 को भुगतान के आधार पर उसे सरकारी सुरक्षा तक मुहैया करा दी थी.

नक्सलियों का पैरोपकार

जानकारी के मुताबिक बिंदी यादव ने नक्सलियों की खुलकर मदद की. उन्हें हथियार और गोली सप्लाई करने का ठेका बिंदी यादव के पास रहा. ऐसा आरोप पुलिस और राजनीतिक दल के नेता भी लगाते रहे हैं. 2001 में जब बिंदी यादव के पास भारी मात्रा में गोलियां बरामद हुई तो प्रशासन की आंखे खुल गयी थी. हाल के दिनों में भी बिंदी के घर में हथियारों की खेप बरामद होने की खबर है. पुलिस की गिरफ्त में आया बिंदी यादव अभी भी अपने बेटे को निर्दोष बता रहा है. बिंदी ने बेटे द्वारा गोली चलाने की घटना को आत्मरक्षा की बात बता रहा है.

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