गया. गया कॉलेज का विद्यार्थी रहा हूं, आज यहां का प्रिंसिपल हूं, इसलिए इस शैक्षणिक संस्थान के प्रति काफी लगाव है. इसे शिक्षा जगत के अग्रणी पंक्ति में लाने के लिए गाैरवपूर्ण यात्रा को बढ़ाया जा रहा है. इसके लिए कॉलेज में सोलर एनर्जी, वाटर हार्वेस्टिंग सहित कॉलेज के अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त किया जा रहा है. ये बातें मंगलवार को गया कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ सतीश सिंह चंद्र ने कही. मौका था मीडिया कर्मियों से वार्ता व सम्मान कार्यक्रम का. श्री चंद्र ने बताया कि कॉलेज में कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) फंड के जरिये कई कार्यों को कराया जा रहा है. वाटर हार्वेस्टिंग की योजना पर काम किया जा रहा है. ताकि बरसात के पानी का इस्तेमाल अंडर ग्राउंड वाटर के तौर पर किया जाये. वहीं 22 केवीए का सौर प्लेट से बिजली का उपयोग किया जा रहा है. इसे बढ़ाकर नये वित्तीय वर्ष में तीन से चार करोड़ का फंड सोलर ग्रिड बनाने में किया जायेगा. विद्यार्थियों के लिए मॉडर्न लैब स्थापित की प्रक्रिया चल रही है. बिजली में पैसे की बचत के लिए एचटी से एलटी लाइन में कनवर्ट किया गया है. बच्चों को पढ़ाई के साथ स्किल डेवलपमेंट के लिए सीएसआर फंड से स्किल सेंटर खोले गये हैं.कार्यक्रम में आइक्यूआइसी सेल के कॉ-ऑडिनेटर अरुण गर्ग, बरसर अशोक कुमार गुप्ता, एथलेटिक्स सोसाइटी के अध्यक्ष राशिद नइम, कला भारती के पंकज भारती, पीआरओ धर्मेंद्र कुमार थे. श्री चंद्र ने कहा कि केंद्रीय मंत्री के फंड से कॉलेज में 60 कमरे का अत्याधुनिक गर्ल्स हॉस्टल बनाया जायेगा.कॉलेज परिसर की सड़कों का कालीकरण, लाइटिंग की व्यवस्था होगा. वहीं विधायक फंड से स्वामी विवेकानंद प्रतिमा स्थल का सौंदर्यीकरण कराया जाना है.
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