गया : गया जिले के परैया थाने के कष्ठा गांव के पत्रकार 40 वर्षीय मिथिलेश पांडेय की अपराधियों ने गोली मार कर शनिवार की देर शाम करीब सात बजे हत्या कर दी. वह पूर्व उपमुखिया करोड़पति देवी के सबसे छोटे बेटे थे. घटना के वक्त श्री पांडेय अपने घर के एक कमरे में आराम कर रहे थे. घर के दूसरे कमरों में उनकी पत्नी ज्योति देवी व बच्चे थे.
जानकारी के अनुसार, श्री पांडेय गया से प्रकाशित होनेवाले एक हिंदी दैनिक समाचार पत्र से जुड़े थे. शनिवार की शाम परैया प्रखंड से जुड़े समाचारों का संकलन कर उन्होंने अपने दफ्तर के वरीय अधिकारियों को मोबाइल फोन से लिखवाया. इसके बाद वह अपने एक-दो मित्रों से बातचीत कर छत से उतरे और अपने कमरे में आराम करने की मुद्रा में लेट गये. इसी बीच उनके कमरे में दो लोग घुसे और अंदर प्रवेश करते ही उनके शरीर पर दो गाेलियां दाग दीं.
गाेली की आवाज सुन उनकी पत्नी ज्योति व बड़ी बेटी यशोदा उनके कमरे की ओर दौड़ीं. श्री पांडेय खून से लथपथ जमीन पर कराह रहे थे. बेटी ने पड़ोसियों को बुलाया. उस वक्त पड़ोस में रहनेवाले उनके मंझले भाई उमेश कुमार पांडेय महादेव मंदिर के पास कुछ लोगों के साथ बैठे थे. वह भी मंदिर की ओर से दौड़े, लेकिन तब तक हमलावर भाग चुके थे. परिजनों आनन-फानन में घायल श्री पांडेय को एक मोटरसाइकिल पर बैठाया और मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भरती कराया. लेकिन, अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया.
घटना की जानकारी मिलते ही परैया थानाध्यक्ष पंकज कुमार सिंह दल-बल के साथ कष्ठा गांव पहुंचे. लेकिन, वहां पुलिस की एक टीम को छोड़ कर थानाध्यक्ष मगध मेडिकल कॉलेज की ओर रवाना हो गये. इधर, पत्रकार की हत्या की सूचना मिलते ही डीएम संजय कुमार अग्रवाल व एसएसपी मनु महाराज ने अपने अधीनस्थों से बातचीत की और उन्हें रात में ही उनके शव का पोस्टमार्टम करने का आदेश दिया. डीएम की अनुमति पर रात में ही पोस्टमार्टम करने से संबंधित सभी आवश्यक कार्रवाई की गयी.
पत्रकारिता के कारण हुई हत्या !
श्री पांडेय की हत्या के कारणों को लेकर उनके भाई उमेश कुमार पांडेय बताते हैं कि वह तीन भाई हैं और तीनों का रहना अलग-अलग है. जमीन से संबंधित कोई विवाद नहीं था. पत्रकारिता से जुड़े रहने के कारण कुछ न कुछ लोगों से मनमुटाव रहता ही था. इधर, एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि हत्या के पीछे कोई न कोई कारण जरूर होगा. लेकिन, अब तक कारणों का खुलासा नहीं हो सका है. हत्यारे कौन थे, कहां से आये थे, इसका खुलासा करने के लिए टेक्निकल सेल के पुलिस पदाधिकारियों को लगाया गया है. जल्द ही मामले का खुलासा कर लिया जायेगा और हत्या के आरोपित पुलिस की गिरफ्त में होंगे.
