गया : हम (सेक्युलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि सीएए और एनआरसी राष्ट्रहित में नहीं है. यह पूरी तरह राजनीति से प्रेरित है. वह राष्ट्रहित में एनआरसी का हमेशा विरोध करेंगे. प्रधानमंत्री 2019 लोकसभा में जारी घोषणा पत्र के अनुसार हर काम कर रहे हैं. लेकिन, गरीबों के बेरोजगारी व विकास की बातें नहीं कर रहे.
प्रधानमंत्री कुछ कहते हैं और गृहमंत्री कुछ और बोलते हैं. हिंदुस्तान में 20-25 प्रतिशत अनुसूची जाति व अतिपिड़छा जाति के लोगों को रहने के लिए कुछ नहीं है. कुछ नदियों के किनारे रखते हैं. वहीं, कुछ लोग जंगलों में रहते हैं. फिर एनआरसी आने के बाद इन लोगों का क्या होगा? उक्त बातें शहर के गोदावरी रोड स्थित आवास पर प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने कहीं.