लो,मैं …. बैंक से बोल रहा हूं,अापके एटीएम कार्ड को ब्लाॅक कर दिया जा रहा है,अब आप उसका प्रयोग नहीं कर पायेंगे. आप चाहते हैं कि आपके एटीएम कार्ड सर्विस का रिन्युअल कर दिया जाये तो अपने एटीएम कार्ड का नंबर, सीवीवी नंबर व पिन नंबर की जानकारी दें. फोन काॅल पर सुनाई देने वाले इन शब्दों से लगभग सभी वाकिफ हैं. ये बैंक फ्राॅड काॅल हैं.
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प्रसनजीत, गया : कभी किसी को फोन पर न दें अपने बैंक खाते की जानकारी, सजगता ही रखेगी अकाउंट सुरक्षित
लो,मैं …. बैंक से बोल रहा हूं,अापके एटीएम कार्ड को ब्लाॅक कर दिया जा रहा है,अब आप उसका प्रयोग नहीं कर पायेंगे. आप चाहते हैं कि आपके एटीएम कार्ड सर्विस का रिन्युअल कर दिया जाये तो अपने एटीएम कार्ड का नंबर, सीवीवी नंबर व पिन नंबर की जानकारी दें. फोन काॅल पर सुनाई देने वाले […]
काॅल करने वाला ऐसी बातें कर आपके अकाउंट की जानकारी हासिल करता है और फिर आपके खाते में जमा आपकी मेहनत की कमाई के पैसे गायब हो जाते हैं. इस प्रकार के फोन काॅल के बारे में जानते सब हैं, लेेकिन यह भी सच है कि इसके शिकार भी बहुत लोग हैं.
इनमें से खास कर पढ़े-लिखे लोग. यह माना जात है कि अशिक्षित लोगों को ठगना ज्यादा आसान है, लेकिन बैंक फ्राॅड काॅल से ठगे जाने वालों की सूची में अधिकतर शिक्षित लोग ही हैं. शहर में लगभग हर सप्ताह आधा दर्जन फ्राॅड काॅल के मामले सामने आते हैं. यह क्राइम पुलिस के लिए भी सिरदर्द है. चूंकि इसमें अपराधी को पकड़ने के कोई ठोस सबूत नहीं मिलते और पुलिस भी अभी साइबर क्राइम के मामले में अपडेट नहीं हो सकी है. ऐसे में पुलिस के वरीय पदाधिकारी से लेकर बैंक के अधिकारी लोगों से हमेशा सतर्क रहने की अपील करते हैं.
विशेषज्ञों की राय
किसी भी स्थिति में फोन पर कभी भी अपने बैंक खाते की जानकारी, आधार या पैन नंबर साझा न करें. हम भी अपने ग्राहकों को केवाइसी की प्रक्रिया पूरी करने के लिए फोन करते हैं, लेकिन कोई जानकारी नहीं मांगते. उन्हें केवाइसी प्रक्रिया के लिए बैंक में आने को कहा जाता है. बैंक के कागजात के संबंध में जानकारी मांगने वाला कोई भी फोन काॅल आये तो कोई भी जानकारी न दें. सीधे या तो अपने बैंक ब्रांच में जायें या किसी भी बैंक की नजदीकी शाखा जा कर काॅल के बारे में जानकारी दें.
विनोद कुमार सहाय, एसबीआइ बैंक अधिकारी
अपने बैंक के दस्तावेज के संबंध में घर में भी सावधान रहना जरूरी है. कई बार पैसों की निकासी के मामले घर से हो जाते हैं. इसलिए बहुत जरूरी है कि कोई भी व्यक्ति अपने बैंक से संबंधित जानकारी किसी भी ऐसे स्थान पर न रखें, जहां से वह लोगों के पास चला जाये. अपने पर्स या मोबाइल में भी एटीएम कार्ड का पासवर्ड लिख कर न रखें. इसके लिए अगर कभी भी फोन काॅल पर डिटेल्स मांगे जाये या फिर लगे कि आपके खाते में कुछ गड़बड़ी है, तो तुरंत अपने बैंक के शाखा में संपर्क करें. बैंक फ्राॅड काॅल्स से बचने का एक मात्र उपाय है कि ग्राहक सजग और सतर्क रहें.
ज्योति रंजन, बैंक अधिकारी
एसएसपी की बात
याद रखें कि कोई भी बैंक कभी अपने किसी ग्राहक को फोन कर उनके खाते से जुड़ी कोई भी जानकारी नहीं मांगता. बैंक के अधिकारी केवल सूचना देने के लिए फोन करते हैं. सभी जानकारी बैंक के ब्रांच में बुला कर ली जाती है. कभी भी किसी भी एटीएम बूथ में जायें तो अंदर आपके अलावा कोई भी न रहे इस बात का ध्यान रखें. अगर अंदर एटीएम का गार्ड भी है तो उसे बाहर जाने को कहे. एटीएम का पिन डालते वक्त भी सावधान रहें कि कोई आपका पिन देख तो नहीं रहा.
राजीव मिश्रा, एसएसपी
जरूर बरतें सावधानी
अाॅनलाइन शॉपिंग के लिए हमेशा विश्वसनीय साइट का ही प्रयोग किया जाना चाहिए
आॅनलाइन साइट पर पेमेंट करने या अपनी जानकारी डालने से पहले सिक्योर सर्किट लेयर सर्टिफिकेट को चेक करें. इसे चेक करने के लिए ब्राउजर के यूआरएल बाॅक्स के बाद लाॅक सिंबल को चेक करें
ध्यान रखें कि किसी भी साइट पर अपने कार्ड डिटेल्स सेव न रखें
किसी भी प्रकार की आॅनलाइन शॉपिंग के लिए असुरक्षित या पब्लिक वाइ-फाइ का प्रयोग न करें, यहां से डिटेल्स के चोरी होने की आशंका बनी रहती है
हर तरह के ट्रांजिक्शन के लिए अलर्ट सेवा जरूर ली जानी चाहिए. इससे खाते में पैसे आने व निकासी की जानकारी मोबाइल पर मिलती रहती है
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