Darbhanga News: बेनीपुर. मूंग की फसल में तेजी से बीमारी फैल रही है. इससे किसान परेशान हैं. इस वर्ष समय अनुकूल होने तथा कृषि विभाग द्वारा ससमय अनुदानित दर पर मूंग की बीज उपलब्ध कराये जाने के कारण प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांव के किसानों ने मूंग की जमकर बोआई की थी. लहलहाते पौधे देख किसान इतरा रहे थे, लेकिन पौधे बड़े होते ही अब पीले पड़ने लगे हैं. इसके बचाव के लिए किसान चिंतित हैं. किसान डोमू सिंह, बुचीलाल सिंह, अवध नारायण झाा, सतीश चंद्र यादव आदि ने कहा कि इस वर्ष समय-समय पर बारिश होने के कारण खेतों में नमी बनी रही. इससे मूंग के पौधों का अच्छा विकास हुआ. अब फूल और दाना का समय आया तो पौधे पीले पड़ने लगे हैं. तेजी से यह रोग पसर रहा है. इस रोग से मूंग की फसल को बचाने के लिए किसान खाद-बीज विक्रेता की सलाह पर विभिन्न प्रकार की दवाओं का छिड़काव भी कर रहे हैं. लेकिन इसका कोई असर नहीं दिख रहा है. वहीं इससे बचाव के लिए कृषि समन्वयक, किसान सलाहकार, बीएओ आदि से संपर्क किया गया, लेकिन दवा बताने की बात तो दूर, खेतों में पीले पर रहे पौधों व फल को देखने तक कोई नहीं आ रहे हैं. इस संबंध में पूछने पर कृषि वैज्ञानिक चंदन कुमार ने कहा कि यह एक प्रकार की वायरल बीमारी है. शुरुआत में ही किसान ऐसे पौधों को खेत से बाहर निकाल देते तो ज्यादा नहीं फैलता. एक से दो-चार पौधों में बढ़ने के बाद धीरे-धीरे वह पूरे खेत के पौधे को पीला कर देगा. मूंग की पूरी फसल बर्बाद हो जायेगी. उन्होंने कहा कि 10 से 12 फीसदी पौधों में यदि इस तरह की बीमारी दिख रही है, तो शीघ्र किसान इमीडाक्लोरोफीड नामक कीटनाशक 15 लीटर पानी में पांच एमएल घोल बनाकर छिड़काव करें. इससे शेष पौधों को बचाया जा सकता है.
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