Darbhanga : दरभंगा. डीएमसीएच परिसर स्थित सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल रेफरल केंद्र बन कर रह गया है. मरीजों काे विशेषज्ञ चिकित्सकों परामर्श देकर पटना रेफर कर देते हैं. 27 जून 2024 को अस्पताल में नेफ्रोलॉजी एवं गेस्ट्रोएन्ट्रोलॉजी विभाग के ओपीडी के साथ अस्पताल चालू हुआ था. बाद में अन्य चार अन्य विभाग का ओपीडी चालू हुआ. यहां मरीजों को केवल चिकित्सकीय परामर्श की सुविधा दी जाती है. मरीजों के भर्ती की व्यवस्था नहीं है. नौ माह बीत जाने के बावजूद इंडोर व्यवस्था शुरू नहीं हुई है. कुल छह विभागों का ओपीडी संचालित कर महज अस्पताल चालू रहने की खानापूरी हो रही है. सीमावर्ती जिले के चिकित्सक जानकारी के अभाव में मरीजों को कर देते यहां रेफर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का उंचा नाम सुनकर दूसरे जिले से यहां आने वाले मरीज एवं परिजनों को जब हकीकत का सामना होता है तो सिर पकड़ लेते हैं. वे बोलते हैं कि यहां आने में व्यर्थ समय नष्ट किया. सीधे पटना चले जाते. यहां तक कि सीमावर्ती जिले के चिकित्सक जानकारी के अभाव में मरीजों को सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल में रेफर कर देते हैं. इंडोर की व्यवस्था नहीं होने से मरीजों को लेकर परिजनों को उलटे पांव पटना निकलना पड़ता है. ऐसी स्थिति में कई बार परिजनों को विपरीत परिस्थिति झेलनी पड़ती है. कई परिजनों ने बताया कि अस्पताल का चक्कर लगाने में काफी विलंब हो जाता है. पटना पहुंचने पर डॉक्टर कहते हैं कि बहुत देर हो गयी. डायरेक्टर से लेकर चपरासी तक के 245 पद, मात्र दर्जनभर चिकित्सक बहाल प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल को 150 करोड़ रुपये में बनाया गया. इसका मकसद असाध्य रोग के इलाज की सुविधा स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कराना था. अस्पताल में चिकित्साकर्मियों की नियुक्ति नहीं हुई है. अस्पताल में डायरेक्टर से लेकर चपरासी तक के करीब 245 पद सृजित है. इसके विरुद्ध अबतक मात्र दर्जनभर चिकित्सकों की ही नियुक्ति की गयी है. तीन माह पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने किया था उद्घाटन सात सितंबर 2024 को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने इसका उदघाटन किया था. लोगों में गंभीर मरीजों के लंबे उपचार की यहां सुविधा की आस जगी. लेकिन, स्थिति जस की तस है. क्या होता है सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल विशेष अस्पतालों को सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के रूप में जाना जाता है. सामान्य अस्पतालों की तुलना में स्वास्थ्य देखभाल की लागत यहां कम आती है. विशेष चिकित्सकों की सुविधा मिलती है. इन विभागों का ओपीडी संचालित अस्पताल में छह विभागों का ओपीडी संचालित है. इसमें न्यूरोलॉजी, न्यूरो सर्जरी, कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, गेस्ट्रोएन्ट्रोलॉजी व प्लास्टिक सर्जरी विभाग शामिल है.
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