Darbhanga News: सिंहवाड़ा. सेंट्रल बैंक के सीएसपी संचालक से साढ़े तीन लाख रुपये लूट के मामले में पुलिस ने छह अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने लूटी गई रकम के साथ लूट में प्रयुक्त बाइक एवं लुटे बैग तथा कागजात भी बरामद किया है. पुलिस ने अपराधियों के पास से मोबाइल फोन भी जब्त किया है. बता दें कि सीएसपी संचालक भोला यादव से लुटेरों ने 24 नवंबर की शाम कटासा में 3.5 लाख रुपये लूट लिये थे. वह बैंक से नकदी लेकर सीएसपी पर जा रहा था. सिंहवाड़ा थानाध्यक्ष बसंत कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने तकनीकी और वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर अपराधियों को गिरफ्तार कर उनके पास से एक लाख नौ हजार पांच सौ रुपये नकद, लूट में प्रयुक्त बाइक, मोबाइल फोन और लूटा गया बैग बरामद किया है. गिरफ्तार किये गये अपराधियों में सिमरी थाना क्षेत्र के कमरौली निवासी सुमन सौरभ उर्फ सुमन पासवान, धर्मवीर कुमार साह, पिन्कू कुमार कामति, मो. सलमान, आकाश कुमार और अभिषेक मिश्रा शामिल हैं. सिंहवाड़ा थाना पर इस बाबत जानकारी देते हुए एसडीपीओ एसके सुमन ने बताया कि धर्मवीर कुमार साह इस घटना का मास्टरमाइंड है. सुमन सौरभ और अभिषेक मिश्रा का आपराधिक इतिहास रहा है. इस मामले में तीन अन्य अपराधी ललित यादव, रौशन दास उर्फ बेंगा और मो. नूर अभी भी फरार हैं. उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. पुलिस की त्वरित कार्रवाई और तकनीकी अनुसंधान के कारण एक सप्ताह के भीतर इस लूट कांड का उद्भेदन किया जा सका है. उन्होंने बताया है कि जलवार पंचायत के कमरौली में सुमन सौरभ, पिन्कू कामति, ललित यादव, रौशन उर्फ बेंगा, मो. सलमान और मो. नूर सहित सात अपराधियों के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई थी. एसडीपीओ ने बताया कि एक अन्य सीएसपी संचालक धर्मवीर कुमार का केंद्र कम चल रहा था, जबकि भोला यादव के केंद्र पर अधिक ग्राहक आ रहे थे. योजना के तहत धर्मवीर अपने सीएसपी केंद्र सिंहवाड़ा लौट आया. पिन्कू कामति, ललित यादव और रौशन उर्फ बेंगा बाइक से घटनास्थल कटासा रोड पर पहुंचे. वहीं, सुमन सौरभ, मो. सलमान और मो. नूर बाइक से सिंहवाड़ा में अभिषेक मिश्रा की दुकान पर रुके थे. बैंक में मौजूद सुमन सौरभ, सलमान और नूर ने भोला यादव की रेकी की. जैसे ही भोला यादव बैंक से पैसे लेकर निकले, सुमन ने अपने साथियों को सूचना दी. कटासा रोड पर घात लगाए अपराधियों ने लूट की घटना को अंजाम दिया. रकम लेकर दरभंगा के अलीनगर गाछी पहुंचे. वहां पैसे वाला बैग झाड़ियों में फेंक दिया. इसके बाद लुटेरों ने आपस में पैसे बांट लिए. हलांकि इस घटना से व्यवसायी के अलावा इलाके के लोगो में दहशत व्याप्त था, लेकिन एक सप्ताह में थानाध्यक्ष बसंत कुमार, सिमरी थानाध्यक्ष अरविंद कुमार एवं टेक्निकल सेल के सहयोग से अपराधी को दबोच लिया गया.
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