Darbhanga News: दरभंगा. सहिष्णु व्यक्ति ही जीवन में सफल हो पाते हैं. समाज में बढ़ रहे असहिष्णुता चिंता का विषय है. भारतीय ज्ञान परंपरा में सहिष्णुता को समझने एवं उसके अनुसार जीवन जीने के अनेक उदाहरण हैं. ये बातें श्रीराम सुंदर संस्कृत विश्वविद्या प्रतिष्ठान, आदर्श संस्कृत महाविद्यालय रमौली में संस्कृत सप्ताह महोत्सव के अवसर पर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व कुलपति सोमनाथ संस्कृत विश्वविद्यालय गुजरात के प्रो. अर्कनाथ चौधरी ने कही. विशिष्ट अतिथि प्रो. कुलदीप शर्मा ने कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा में सभी शास्त्र सहिष्णुता का ही संदेश देते हैं. मुख्य वक्ता सीएम कॉलेज के डॉ संजीत कुमार झा ने विभिन्न शास्त्रों का उदाहरण देते हुए कहा कि सहिष्णुता के महत्व को अत्यंत प्रभावी तरीके अपनी बातें रखीं. संस्कृत विवि के डॉ ध्रुव कुमार मिश्र ने कहा कि आजकल समाज परिवार एवं संपूर्ण विश्व में असंतोष, अहंकार, व्यर्थ के क्रोध के कारण असहिष्णुता फैल रही है. स्वागत प्रधानाचार्य डॉ कामेश्वर चौधरी ने किया. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आजकल बच्चों में भी सहिष्णुता का अभाव देखा जा रहा है. संचालन संयोजक डॉ पुष्कर आनंद ने किया.
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