Darbhanga News: बेनीपुर. सरकार द्वारा गेहूं निर्धारित समर्थन मूल्य से अधिक दर पर खुले बाजार में गेहूं बिक रहा है. लिहाजा गेहूं अधिप्राप्ति की घोषणा के डेढ़ माह से अधिक समय बीत जाने के बावजूद आज तक किसी भी पैक्स में एक भी किसान से एक छटांक गेहूं की भी खरीद नहीं सकी है. वैसे सहकारिता विभाग की ओर से प्रखंड के सभी पैक्स को गेहूं अधिप्राप्ति का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है, लेकिन न तो पैक्स अध्यक्ष इसके प्रति अभिरुचि दिख रहा हैं न ही किसान ही पैक्स के हाथों गेहूं बेचने के इच्छुक नजर आ रहे हैं. पैक्स अध्यक्षों का कहना है कि सरकार द्वारा गेहूं का समर्थन मूल्य 2425 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है, जबकि खुले बाजार में किसानों का अनाज 2500 से 2600 रुपए क्विंटल बिक रहा है. इस कारण किसान पैक्स के हाथों गेहूं बेचने के लिए तैयार नहीं हैं. वहीं किसानों ने कहा कि सरकार द्वारा गेहूं का समर्थन मूल्य बाजार से बहुत कम होने के कारण पैक्स को गेहूं नहीं दे रहे. पैक्स में बेचने से पैसा भी कम मिलेगा और इसके बाद भुगतान के लिए कई दिनों तक पैक्स अध्यक्ष की गुहार लगानी पड़ेगी. डखराम के किसान गनेन्द्रनाथ झा ने कहा कि सरकार गेहूं के उत्पादन में किसानों के खर्च एवं मेहनत का आकलन सही से नहीं करती है, इसी वजह से यह स्थिति है. वहीं पोहद्दी के दिनेशचंद्र झा, पिपड़ा के सत्य नारायण यादव, परमेश्वर मोची ने कहा कि धान खरीद का समय हो या गेहूं का सहकारिता विभाग की आला अधिकारियों की लापरवाही के कारण किसानों को इसका लाभ नहीं मिल पाता है. दूसरी ओर पैक्स संघ के अध्यक्ष आनंदचंद्र झा का कहना है की विभागीय उदासीनता के कारण पैक्स घाटे में चल रहा है. अभी तक पैक्स से चावल नहीं लिया गया है. इस कारण पैक्स को सूद भरना पड़ रहा है. गेहूं खरीद का दबाव बनाया जाता है, पर कम कीमत निर्धारित होने के कारण किसान पैक्स के माध्यम से गेहूं बेचने को तैयार नहीं है. वहीं इस बावत बीसीओ शशि कुमार ने कहा कि प्रखंड के सभी पैक्स अध्यक्षों को गेहूं अधिप्राप्ति का आदेश जारी कर दिया गया है, लेकिन एक भी पैक्स सीसी लेने को तैयार नहीं हैं.
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