Darbhanga News: दरभंगा. जैसे-जैसे शारदीय नवरात्र की तिथि आगे बढ़ती जा रही है, श्रद्धालुओं का उत्साह परवान चढ़ता जा रहा है. दस दिनों की नवरात्र के छठे दिन शनिवार को माता के पांचवे स्वरूप स्कन्दमाता की पूजा-अर्चना के बाद भगवती मंदिर एवं सार्वजनिक पूजा पंडालों में रविवार को होने वाले बेलन्योति अनुष्ठान की तैयारी में श्रद्धालु जुट गये. बता दें कि रविवार को षष्ठी तिथि पर संध्याकाल बेलन्योति के लिए पूजन स्थलों से माता की डोली गाजे-बाजे के साथ निकलेगी. आचार्य के नेतृत्व में यजमान बेल वृक्ष के नीचे पूजा-अर्चना करेंगे. बेल को न्योता दिया जायेगा. इस अवसर पर विभिन्न् पूजा समितियों की ओर से कलश शोभा यात्रा निकाले जाने की भी तैयारी है. वहीं कुछ स्थानों पर सोमवार को बेलतोड़ी के अवसर पर कलश यात्रा का प्रबंध किया जा रहा है. बता दें कि सोमवार की सुबह एक बार पुन: माता की डोली पूजन स्थलों से निकलेगी. रविवार को पूजित बेल वृक्ष के समीप पहुंचकर विधि-विधानपूर्वक बेलतोड़ी की जायेगी. इसके बाद श्रद्धालु वापस पूजन स्थल लौटेंगे. पत्रिका प्रवेश पूजन एवं माता की प्रतिमा में चक्षुदान के साथ भगवती दुर्गा का पट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिया जायेगा. पट खुलते ही माता का दर्शन-पूजन करने वालों का मनोरथ जहां पूर्ण होगा, वहीं महिलाएं खोईंछा भरकर खुशियों से वर्ष भर सपरिवार आंचल भरे रखने का आशीर्वाद मांगेंगी.
इधर प्राय: सभी पूजा पंडालों में कलाकारों ने भगवती की प्रतिमा को अंतिम रूप दे दिया है. रंग-रोगन का काम भी पूरा कर लिया गया है. मात्र चक्षुदान की विधि शेष है. दूसरी ओर पूजा पंडालों की साज-सज्जा का काम भी पूरा कर लिया गया है. अधिकांश पूजा पंडाल को अंतिम रूप दिया जा चुका है. थोड़े से काम शेष हैं, उन्हें दिन-रात पूर्ण करने में जुटे हैं. बिजली बत्ती की सतरंगी रोशनी से शहर जगमगाने लगा है. बताया गया है कि रविवार की रात तक बांकी सारे कार्य कर लिये जायेंगे. इधर पट खुलने के बाद विशेषकर महा अष्टमी एवं महानवमी के अवसर पर कुंवारी कन्या पूजन एवं भोजन के लिए लोग कन्या की तलाश में दो दिन पूर्व से ही जुट गये हैं.शाम ढलते ही सतरंगी रोशनी से जगमगा उठता इलाका
तारडीह. प्रखंड क्षेत्र के पूजा पंडालों व देवी मंदिरों में शनिवार को भगवती दुर्गा के स्कंदमाता स्वरूप की पूजा-अर्चना की गयी. इधर मूर्तिकार भगवती दुर्गा की प्रतिमा को अंतिम रूप देने के साथ ही पूजा समिति के अधिकारी व सदस्य बेलन्योति की तैयारी में जुटे रहे. दुर्गा स्थान कुर्सों-नदियामी, सत्यनारायणी विषहरी दुर्गा मंदिर शेरपुर, दुर्गा स्थान नारायणपुर, दुर्गा स्थान ककोढ़ा, दुर्गा स्थान अवाम, दुर्गा स्थान इजरहटा, दुर्गा स्थान चांदनी चौक बिसहथ, छिन्नमस्तिका स्थान लालपुर उजान, नौलखा मंदिर उजान आदि स्थानों पर कुंवारी भोजन, सांध्य दीप, कीर्तन, प्रवचन से वातावरण गुंजायमान हो उठा है. पंडालों की सजावट व बिजली-बल्बों की रोशनी से शाम ढलते ही क्षेत्र जगमग होने लगता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

